ब्रेकफ़ास्ट को दिन का सबसे अहम खाना माना जाता है और अगर बात करें इसमें शामिल किए जाने वाले विकल्पों की, तो सीरियल्स यानी अनाज सबसे आम और लोकप्रिय विकल्पों में से एक हैं।
ओट्स, मूसली और कॉर्न फ्लेक्स जैसे नाश्ते में खाए जाने वाले अनाज, फाइबर और विटामिन से भरपूर होते हैं, लेकिन क्या ये वाकई सेहत के लिए अच्छे हैं? आइए जानते हैं पूरी हकीकत।
अनाज: पोषक तत्वों का भंडार
गेहूं, चावल, मक्का, जई और जौ जैसे अनाज अपने आप में पोषक तत्वों का खज़ाना होते हैं। इनके बाहरी हिस्से में फाइबर, विटामिन बी और मिनरल्स होते हैं, जबकि अंदरूनी भाग स्टार्च और प्रोटीन से भरपूर होता है। अनाज का भ्रूण भी विटामिन और हेल्दी फैट्स से भरा होता है।
ब्रेकफ़ास्ट में इन अनाजों का प्रयोग करने की शुरुआत 19वीं सदी में अमेरिका के एक डॉक्टर जॉन हार्वे ने की थी, जिन्होंने मरीजों की डाइट बेहतर करने के लिए ग्रेनोला और कॉर्न फ्लेक्स जैसे विकल्प पेश किए। आज ये उत्पाद वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय हैं और इनके कई फोर्टिफाइड (पोषक तत्वों से भरपूर) वर्ज़न बाजार में मौजूद हैं।
कैसे बनते हैं ये सीरियल्स?
अनाज को प्रोसेस करके उसे पाउडर, फ्लेक्स या अन्य रूप में बदला जाता है। इसमें अक्सर शुगर, नमक और विटामिन-मिनरल्स मिलाए जाते हैं, फिर इन्हें पकाकर टोस्ट किया जाता है। लेकिन यहीं से हेल्थ से जुड़ा विवाद शुरू होता है।
क्या सभी सीरियल्स हेल्दी होते हैं?
न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स का मानना है कि सभी ब्रेकफ़ास्ट सीरियल्स एक जैसे नहीं होते। कुछ में शुगर की मात्रा ज़्यादा होती है और फाइबर की बहुत कमी होती है। उदाहरण के लिए, 30 ग्राम कॉर्न फ्लेक्स में लगभग 11 ग्राम शुगर होती है, जिससे ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है — जो कि टाइप-2 डायबिटीज़ और हार्ट डिजीज़ का कारण बन सकता है।
किस तरह के अनाज से होता है ज़्यादा फ़ायदा?
विशेषज्ञों के अनुसार, साबुत अनाज से बने सीरियल्स ज़्यादा फायदेमंद होते हैं। इनमें फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स की मात्रा बनी रहती है। मूसली और रोल्ड ओट्स जैसे विकल्प, इंस्टेंट ओट्स की तुलना में ज़्यादा लाभकारी माने जाते हैं।
रिसर्च बताती है कि जिन लोगों ने ओट्स का अधिक सेवन किया, उनमें टाइप-2 डायबिटीज़ की आशंका 22% तक कम पाई गई। इसकी वजह ओट्स में मौजूद बीटा-ग्लूकेन है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
फोर्टिफाइड सीरियल्स: कब और कैसे?
कुछ स्थितियों में फोर्टिफाइड सीरियल्स फ़ायदेमंद हो सकते हैं, खासकर बच्चों, किशोरों, प्रेग्नेंट महिलाओं और बुज़ुर्गों के लिए, जिनकी डाइट में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। वेजिटेरियन या वीगन डाइट फॉलो करने वालों के लिए भी ये कैल्शियम, आयरन और विटामिन बी12 जैसे तत्वों की आपूर्ति कर सकते हैं।