राजस्थान में प्रदूषण और मौसम का दोहरा संकट गहराता जा रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के 15 अप्रैल के आंकड़ों के अनुसार, सवाई माधोपुर (AQI 224) और दौसा (AQI 214) देश के सबसे प्रदूषित शहरों में क्रमशः तीसरे और चौथे स्थान पर हैं।
हनुमानगढ़ (AQI 205), पाली (AQI 198), करौली (AQI 193), भिवाड़ी (AQI 192) और नागौर भी प्रदूषण की मार झेल रहे हैं। वहीं, जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर, झुंझुनूं और झालावाड़ की हवा मध्यम श्रेणी (AQI 101-200) में है।
प्रदूषण का हाल: देश में मेघालय के बर्नीहाट में हवा सबसे खराब रही, जहां AQI 305 दर्ज किया गया, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानकों से 19 गुना अधिक है। राजस्थान के शहरों में PM2.5 जैसे महीन कण हवा को जहरीला बना रहे हैं। गुरुग्राम, जो कल सबसे प्रदूषित था, आज 78 अंकों के सुधार के साथ AQI 236 पर दूसरे स्थान पर है। दिल्ली में भी प्रदूषण में कमी आई, जहां AQI 180 (मध्यम) दर्ज किया गया।
मौसम की मार: एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण राजस्थान में मौसम बदल रहा है। मौसम विभाग ने आज (16 अप्रैल) पश्चिमी राजस्थान और 17 अप्रैल को पूर्वी राजस्थान में धूल भरी आंधी की चेतावनी जारी की है। 16 से 18 अप्रैल तक पश्चिमी और पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में लू (हीटवेव) और कुछ इलाकों में भीषण लू का खतरा है। 15 अप्रैल को बाड़मेर में अधिकतम तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो गर्मी की तीव्रता को दर्शाता है। रात के समय भी गर्म मौसम बना रहेगा।
वायु गुणवत्ता का राष्ट्रीय परिदृश्य: देश के 25 शहरों, जैसे रूपनगर (AQI 15), में हवा साफ रही, जबकि 114 शहरों, जैसे अमृतसर और सिरोही, में वायु गुणवत्ता संतोषजनक (AQI 51-100) है। हालांकि, साफ और संतोषजनक हवा वाले शहरों की संख्या में क्रमशः 11% और 6% की कमी आई है। 76 शहरों, जिनमें जयपुर और जोधपुर शामिल हैं, में हवा मध्यम श्रेणी में है। देश के 37% शहरों में प्रदूषण का स्तर चिंताजनक बना हुआ है।
विशेषज्ञों की चेतावनी: पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि धूल भरी आंधी और औद्योगिक उत्सर्जन के कारण राजस्थान में प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है। खराब हवा से सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। लोगों को सलाह दी जा रही है कि मास्क पहनें, बाहर कम निकलें और स्थानीय AQI अपडेट्स पर नजर रखें।
आगे क्या?: मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिन राजस्थान में गर्मी, लू और धूल भरी आंधी का दबदबा रहेगा। प्रदूषण के स्तर में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है। नागरिकों से अपील है कि वे पानी का सेवन बढ़ाएं और गर्मी व प्रदूषण से बचाव के उपाय अपनाएं।