आजकल ज्यादातर लोग अपने मोबाइल फोन के बिना एक पल भी नहीं रह सकते। खाना खाते वक्त, सोते समय, सुबह उठते ही, और यहाँ तक कि टॉयलेट में भी फोन साथ ले जाना आम बात हो गई है।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि टॉयलेट में फोन इस्तेमाल करने की यह आदत आपकी सेहत के लिए कितनी खतरनाक हो सकती है? रील्स देखने, मैसेज चेक करने या सोशल मीडिया पर समय बिताने की लत से न सिर्फ आपका समय बर्बाद होता है, बल्कि कई गंभीर बीमारियाँ भी हो सकती हैं।
आइए, इस समस्या को आसान भाषा में समझते हैं और जानते हैं कि इससे कैसे बचा जा सकता है।
1. टॉयलेट में फोन ले जाने से क्या होता है?
हम में से बहुत से लोग, खासकर युवा, टॉयलेट में फोन लेकर जाते हैं। कुछ लोग तो वहाँ आधे घंटे से भी ज्यादा समय बिता देते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि ऐसा करने से आपकी सेहत को कितना नुकसान पहुँचता है?
- शारीरिक दबाव बढ़ता है: टॉयलेट में लंबे समय तक बैठकर फोन देखने से गुदा (एनस) के आसपास की मांसपेशियों और नसों पर ज्यादा दबाव पड़ता है। ये मांसपेशियाँ मल को बाहर निकालने में मदद करती हैं। ज्यादा देर बैठने से इन पर जोर पड़ता है, जिससे कई समस्याएँ शुरू हो सकती हैं।
- बीमारियों का खतरा: इससे बवासीर (Piles), कब्ज (Constipation), फिशर (Anal Fissures) और फिस्टुला (Fistula) जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं। ये सभी बहुत दर्दनाक होती हैं और इलाज में समय लगता है।
- खून का बहाव प्रभावित होता है: लंबे समय तक एक ही जगह बैठने से शरीर में खून का संचार ठीक से नहीं हो पाता। इससे मल सख्त हो जाता है और शौच करने में दिक्कत होती है। नसों में सूजन आ सकती है और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
टॉयलेट की सीट इस तरह बनाई जाती है कि उस पर बैठने से गुदा पर थोड़ा दबाव पड़ता है। अगर आप जरूरत से ज्यादा देर बैठते हैं, तो यह दबाव बढ़ जाता है और समस्याएँ शुरू हो जाती हैं।
2. ज्यादा देर बैठने से बढ़ती हैं परेशानियाँ
टॉयलेट में फोन देखते हुए ज्यादा समय बिताने से कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं:
- शौच में देरी: जब आप फोन में व्यस्त रहते हैं, तो शौच करने में देरी होती है। इससे आपको ज्यादा जोर लगाना पड़ता है, जो सेहत के लिए ठीक नहीं है।
- गर्दन और पीठ में दर्द: लंबे समय तक झुककर फोन देखने से आपकी गर्दन और पीठ पर जोर पड़ता है। इससे दर्द, अकड़न या झुनझुनी जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
- हाथ-पैर सुन्न होना: ज्यादा देर तक एक ही स्थिति में बैठने से हाथों और पैरों में झुनझुनी या भारीपन महसूस हो सकता है।
कोविड-19 के बाद हमारी जीवनशैली में बहुत बदलाव आए हैं। लोग अब ज्यादा देर तक बैठकर काम करते हैं, बाहर कम निकलते हैं, व्यायाम नहीं करते, और फास्ट फूड खाते हैं।
मोबाइल का इस्तेमाल भी बहुत बढ़ गया है, क्योंकि अब ज्यादातर काम ऑनलाइन हो रहे हैं। इसी वजह से टॉयलेट में फोन ले जाने की आदत भी बढ़ी है।
3. सेहत पर क्या असर पड़ता है?
लंबे समय तक टॉयलेट में बैठकर फोन इस्तेमाल करने से कई गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं:
- पेट की समस्याएँ: कब्ज, पेट फूलना, और वजन बढ़ना जैसी दिक्कतें शुरू हो सकती हैं। ये मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती हैं, जैसे चिंता और तनाव बढ़ना।
- हृदय और डायबिटीज का खतरा: ज्यादा देर बैठने से खून में शुगर और इंसुलिन का स्तर बिगड़ सकता है। इससे टाइप-2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
- कमर और गर्दन का दर्द: रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ने से कमर दर्द, गर्दन दर्द और मांसपेशियों में कमजोरी हो सकती है।
- मानसिक परेशानी: लगातार फोन देखने से तनाव, चिंता और नींद की कमी जैसी समस्याएँ बढ़ सकती हैं।
4. इस आदत को कैसे छोड़ें? डॉक्टरों की सलाह
टॉयलेट में फोन ले जाने की आदत को छोड़ने के लिए कुछ आसान उपाय हैं। हमने मुंबई के कुछ डॉक्टरों से बात की और उनकी सलाह आपके लिए लाए हैं:
- डॉ. नरेंद्र निकम (लीलावती अस्पताल, मुंबई):
“टॉयलेट में 5-10 मिनट से ज्यादा न बैठें। ज्यादा देर बैठने से पेल्विक मांसपेशियाँ कमजोर होती हैं, जिससे शौच और पेशाब को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है। - डॉ. शाहिद परवेज़ (एम्स अस्पताल, डोंबिवली):
“टॉयलेट में फोन इस्तेमाल करने से बवासीर और संक्रमण का खतरा बढ़ता है। फोन पर मौजूद कीटाणु आपके हाथों और चेहरे तक पहुँच सकते हैं। घर में कुछ जगहों को फोन-फ्री बनाएँ, जैसे टॉयलेट, खाने की मेज और सोने का कमरा। फोन का इस्तेमाल कम करें और काम के बीच में ब्रेक लेकर थोड़ा चलें।” - डॉ. लकिन वीरा (अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल, मुंबई):
“कब्ज की वजह से गुदा में सूजन, बवासीर और घाव हो सकते हैं। 45-65 साल के 20% लोग कब्ज से पर जानकारी: हर दिन 10 में से 2 लोग इससे परेशान हैं। फाइबर वाली चीजें खाएँ और डॉक्टर से सलाह लें।” - डॉ. हेमंत पटेल (जिनोवा शाल्बी अस्पताल, मुंबई):
“45-65 साल के 15% लोगों को रोज कब्ज रहता है। फाइबर वाले फल (केला, सेब), सब्जियाँ (गाजर, चुकंदर) और प्रोबायोटिक्स खाएँ। शौच में जोर न लगाएँ और डॉक्टर की सलाह से इलाज करें।”
5. कौन-सी बीमारियाँ हो सकती हैं?
टॉयलेट में फोन इस्तेमाल करने और कब्ज की वजह से ये समस्याएँ हो सकती हैं:
- बवासीर (Piles): नसों में सूजन और दर्द।
- फिशर (Anal Fissures): गुदा में छोटे-छोटे कट या घाव।
- फिस्टुला (Fistula): गुदा के पास संक्रमण से छेद बनना।
- क्रोनिक कब्ज: अगर हफ्ते भर तक पेट साफ न हो, तो पेट फूलना, दर्द और मल त्याग में दिक्कत होती है। इससे दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ सकता है।
इन बीमारियों से बचने के लिए समय पर इलाज जरूरी है।
6. क्या करें बचाव के लिए?
- फोन को टॉयलेट से दूर रखें: टॉयलेट में फोन न ले जाएँ। वहाँ सिर्फ जरूरत का काम करें और बाहर आएँ।
- खान-पान सुधारें: फाइबर वाली चीजें जैसे ओट्स, दालें, फल और सब्जियाँ खाएँ। रोज 2-3 लीटर पानी पिएँ।
- व्यायाम करें: रोज 30 मिनट पैदल चलें, योग करें या हल्की एक्सरसाइज करें।
- डॉक्टर से मिलें: अगर समस्या ज्यादा हो, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।