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देश में सबसे प्रदूषित हवा दिल्ली की, AQI 247 के पार, प्रदूषण में 39 अंकों की बढ़ोतरी

by kishanchaubey
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नई दिल्ली, 25 फरवरी 2025 – केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, देश में सबसे ज्यादा प्रदूषित हवा दिल्ली में दर्ज की गई, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 247 पहुंच गया है। बीते 24 घंटे में दिल्ली में 39 अंकों का इजाफा हुआ, जिससे राजधानी की हवा और अधिक खराब श्रेणी में पहुंच गई।

इन शहरों में भी खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण

प्रदूषण के मामले में मेघालय का बर्नीहाट (AQI 228) दूसरे, जबकि बिहार का हाजीपुर (AQI 221) तीसरे स्थान पर रहा। ओडिशा का बालासोर 217 AQI के साथ चौथे स्थान पर है। गुरुग्राम और गाजियाबाद भी टॉप-6 प्रदूषित शहरों में शामिल हैं।

अन्य बड़े प्रदूषित शहर:

  • गुरुग्राम: AQI 212
  • गाजियाबाद: AQI 210
  • सहरसा: AQI 207
  • बारीपदा: AQI 206
  • हसन और मोतिहारी: AQI 200+

देश में 53% शहरों में बिगड़ी हवा, सिर्फ 8% शहरों में ही साफ वायु

CPCB के मुताबिक, देश के सिर्फ 8% शहरों में हवा अच्छी (AQI 0-50) रही, जबकि 53% शहरों में प्रदूषण चिंताजनक स्तर पर पहुंच गया है। वहीं 39% शहरों में हवा संतोषजनक (AQI 51-100) बनी हुई है।

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मैहर की हवा सबसे साफ, AQI सिर्फ 30

मध्य प्रदेश का मैहर (AQI 30) देश का सबसे स्वच्छ शहर रहा। इसके अलावा चामराजनगर, दमोह, हुबली, जालंधर, झांसी, कलबुर्गी, मदिकेरी, नगांव, नाहरलगुन, रामनाथपुरम आदि में भी हवा काफी साफ दर्ज की गई।

देश में प्रदूषण की स्थिति – आंकड़ों पर एक नज़र

श्रेणीAQI रेंजशहरों की संख्या
बेहतर (अच्छी हवा)0-5018 शहर
संतोषजनक51-10093 शहर
मध्यम स्तर101-200115 शहर
खराब से बहुत खराब201+10+ शहर

दिल्ली की हवा लगातार खराब, नवंबर-दिसंबर में रही ‘गंभीर’ श्रेणी में

दिल्ली की हवा पिछले कुछ महीनों से लगातार बिगड़ती जा रही है।

  • जनवरी 2025 में एक भी दिन ऐसा नहीं रहा जब AQI संतोषजनक श्रेणी में हो।
  • नवंबर 2024 में 8 दिन हवा ‘गंभीर’ श्रेणी में रही।
  • दिसंबर 2024 में 6 दिन गंभीर प्रदूषण दर्ज किया गया।

प्रदूषण के कारण और समाधान

विशेषज्ञों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण बढ़ने के पीछे पराली जलाना, वाहन प्रदूषण, निर्माण कार्यों से उड़ती धूल, और इंडस्ट्रियल एमीशन मुख्य कारण हैं। सरकार ने वाहन प्रतिबंध, धूल नियंत्रण उपाय, और ग्रीन एनर्जी पर जोर दिया है, लेकिन प्रदूषण कम करने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

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