Air pollution : कुछ दिनों की राहत के बाद राजधानी दिल्ली की हवा में प्रदूषण फिर से खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। 9 जनवरी 2025 को शाम 4 बजे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 357 दर्ज किया गया। यह देश के 240 शहरों में सबसे खराब है।
प्रमुख शहरों की स्थिति
दिल्ली के अलावा, दिल्ली-एनसीआर के अन्य शहर भी प्रदूषण की मार झेल रहे हैं।
- गाजियाबाद: AQI 332, दूसरा सबसे प्रदूषित शहर।
- चंडीगढ़: AQI 302, देश के खूबसूरत शहरों में से एक, लेकिन हवा की गुणवत्ता “बहुत खराब”।
- मेघालय का बर्नीहाट: AQI 303, तीसरे स्थान पर। बर्नीहाट, मेघालय-असम की सीमा पर स्थित है और अपने एक्सपोर्ट प्रमोशन इंडस्ट्रियल पार्क के लिए जाना जाता है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR)
एनसीआर के 17 में से 9 शहरों की हवा “खराब” श्रेणी में रही। इनमें प्रमुख शहर हैं:
- नोएडा: AQI 259
- गुरुग्राम: AQI 236
- फरीदाबाद: AQI 234
- ग्रेटर नोएडा: AQI 270
- चरखी दादरी: AQI 234
- भिवाड़ी: AQI 210
- हापुड़: AQI 287
उत्तर भारत की स्थिति
उत्तर भारत के अन्य शहरों में भी प्रदूषण का स्तर चिंताजनक है।
- देहरादून: AQI 244
- लखनऊ: AQI 228
- पटना: AQI 224
- वाराणसी: AQI 155 (सापेक्ष रूप से बेहतर)।
दक्षिण भारत और पूर्वी भारत में राहत
दक्षिण और पूर्वी भारत के शहरों में प्रदूषण अपेक्षाकृत कम है।
- बेंगलुरु: AQI 109
- चेन्नई: AQI 120
- हैदराबाद: AQI 107
- कोलकाता: AQI 110
- भुवनेश्वर: AQI 154
AQI के पैमाने पर हवा की गुणवत्ता
- 0-50: अच्छा
- 51-100: संतोषजनक
- 101-200: मध्यम
- 201-300: खराब
- 301-400: बहुत खराब
- 401-500: गंभीर
300 से अधिक AQI वाली हवा को “बहुत खराब” माना जाता है। यह सांस संबंधी बीमारियों के लिए बेहद खतरनाक होती है।
प्रदूषण से बचाव के उपाय
- बाहर निकलने से बचें, खासकर सुबह और शाम के समय।
- एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।
- मास्क पहनें और घर के अंदर पौधे लगाएं।
- वाहन का कम उपयोग करें और पब्लिक ट्रांसपोर्ट अपनाएं।
सामूहिक जिम्मेदारी की जरूरत
दिल्ली और आसपास के शहरों में प्रदूषण की स्थिति गंभीर है। इसे सुधारने के लिए सरकार, उद्योग, और आम नागरिकों को मिलकर काम करना होगा। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाने और लंबी अवधि की योजना बनाने की आवश्यकता है।