भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने देश के विभिन्न हिस्सों में चक्रवाती प्रसार और हवाओं के ट्रफ के कारण 17 से 22 मई तक तूफानी हवाओं, बिजली गिरने और भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। उत्तर-पश्चिम भारत से लेकर दक्षिणी प्रायद्वीप और पूर्वोत्तर राज्यों तक मौसम का मिजाज बिगड़ा रहेगा।
उत्तर-पश्चिम भारत में तूफान और बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार, 17 से 21 मई तक जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने और बारिश की संभावना है। वहीं, 17 से 19 मई के दौरान पश्चिमी राजस्थान में 25 से 35 किमी प्रति घंटे की गति से धूल भरी आंधी चल सकती है। पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 19 से 21 मई के दौरान हल्की बारिश हो सकती है।
पूर्वी और मध्य भारत में भारी बारिश की चेतावनी
पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में 17 से 21 मई के बीच हल्की बारिश की संभावना है। मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 17 से 22 मई तक 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश और वज्रपात की गतिविधियां जारी रहेंगी। ओडिशा और छत्तीसगढ़ में 17 मई को, और बिहार में 17-18 मई को 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ बारिश का अनुमान है।
उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 17 से 20 मई के दौरान 115 मिमी या उससे अधिक भारी बारिश हो सकती है। 18 मई को पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय इलाकों और बिहार में भी 115 मिमी से अधिक बारिश की संभावना है।
पश्चिमी भारत में तूफानी हवाएं और बारिश
कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में 17 से 22 मई तक 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा।
दक्षिणी प्रायद्वीप में भारी बरसात की आशंका
केरल, माहे, लक्षद्वीप और तटीय कर्नाटक में अगले एक सप्ताह तक 30 से 50 किमी प्रति घंटे की तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होगी। तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा, तेलंगाना और आंतरिक कर्नाटक में भी हल्की बारिश और वज्रपात की संभावना है। 17 मई को तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चल सकती हैं।
17 से 20 मई के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, आंतरिक कर्नाटक और 17 मई को तटीय आंध्र प्रदेश व तेलंगाना में 204 मिमी या उससे अधिक की बहुत भारी बारिश हो सकती है।
पूर्वोत्तर में बादलों की मेहरबानी
पूर्वोत्तर राज्यों में गर्मियों में बादल मेहरबान रहेंगे। अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, त्रिपुरा और अन्य राज्यों में 17 से 21 मई तक 30 से 50 किमी प्रति घंटे की तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होगी। अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में 17-21 मई के दौरान 115 मिमी या अधिक बारिश हो सकती है, जबकि 17-18 मई को त्रिपुरा, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में 204 मिमी से अधिक की बहुत भारी बारिश का अनुमान है।
तापमान और हीटवेव की स्थिति
16 मई को पूर्वी उत्तर प्रदेश के बांदा में अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस और तेलंगाना के मेडक में न्यूनतम तापमान 20.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 17-18 मई को जम्मू और कश्मीर, दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश, 17-22 मई को पश्चिमी राजस्थान और 18-19 मई को उत्तरी मध्य प्रदेश में हीटवेव से राहत नहीं मिलेगी। बिहार और ओडिशा में 17 मई को गर्म और उमस भरा मौसम रहेगा।
मॉनसून की प्रगति
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 2-3 दिनों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून दक्षिण अरब सागर, मालदीव, कोमोरिन, दक्षिणी बंगाल की खाड़ी, अंडमान द्वीप समूह और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ सकता है।
16 मई को कहां हुई बारिश?
16 मई को अंडमान और निकोबार, ओडिशा, तमिलनाडु, असम, मेघालय, मध्य महाराष्ट्र, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब और पश्चिम उत्तर प्रदेश में बारिश और गरज के साथ बौछारें दर्ज की गईं। पोर्ट ब्लेयर में 7 सेमी, लॉन्ग आइलैंड में 5 सेमी, माया बंदर में 4 सेमी, ओडिशा के दरिंगबाड़ी में 4 सेमी और पुणे में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है।