environmentalstory

Home » देश के 41% शहरों में साफ हवा, श्रीगंगानगर में प्रदूषण चिंताजनक, चिकबलपुर की हवा सबसे स्वच्छ

देश के 41% शहरों में साफ हवा, श्रीगंगानगर में प्रदूषण चिंताजनक, चिकबलपुर की हवा सबसे स्वच्छ

by kishanchaubey
0 comment
Air pollution

Air Pollution News : केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा 10 अगस्त 2025 को जारी आंकड़ों के अनुसार, देश के 41% शहरों में हवा साफ है, जबकि 55% शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक स्तर पर बनी हुई है। हालांकि, 4% शहरों में प्रदूषण का स्तर चिंताजनक है।

आंकड़ों से पता चला है कि श्रीगंगानगर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 164 दर्ज किया गया, जो देश में सबसे खराब है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मानकों के अनुसार, श्रीगंगानगर में प्रदूषण 993% अधिक है, जहां हवा में पीएम2.5 कण हावी हैं।

यह स्तर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। हालांकि, कल के 221 एक्यूआई की तुलना में आज 57 अंकों का सुधार हुआ है, जिससे श्रीगंगानगर मध्यम श्रेणी में आ गया है।वहीं, चिकबलपुर में एक्यूआई 20 दर्ज किया गया, जो देश में सबसे स्वच्छ हवा को दर्शाता है। श्रीगंगानगर की तुलना में चिकबलपुर की हवा सात गुना बेहतर है। प्रदूषण के मामले में मंगुराहा (एक्यूआई 133) दूसरे और सहरसा (एक्यूआई 133) तीसरे स्थान पर हैं।

अन्य प्रदूषित शहरों में तिरुमाला (119), छपरा (114), चुरू (113), टोंक (110), बद्दी (106) और झांसी (102) शामिल हैं। इनमें से सहरसा, चुरू, टोंक और बद्दी में पीएम10 कण प्रमुख हैं, जबकि श्रीगंगानगर और झांसी में पीएम2.5 की अधिकता चिंता का कारण है।

banner

साफ और संतोषजनक हवा वाले शहर

देश के 92 शहरों में हवा ‘बेहतर’ (एक्यूआई 0-50) रही, जिनमें अगरतला, गंगटोक, गुवाहाटी, इंदौर, कानपुर, कोल्हापुर, मैसूर, मदुरै, पटियाला आदि शामिल हैं। इन शहरों में एक्यूआई 50 या उससे कम दर्ज किया गया। इसके अलावा, 125 शहरों में हवा ‘संतोषजनक’ (एक्यूआई 51-100) रही, जिनमें दिल्ली (76), चेन्नई (62), हैदराबाद (65), जयपुर (79), गाजियाबाद (80), गुरुग्राम (58), ग्वालियर (60), और मुंबई (54) शामिल हैं। कल की तुलना में साफ हवा वाले शहरों की संख्या में 1% की वृद्धि हुई, जबकि संतोषजनक हवा वाले शहरों में मामूली कमी आई।

मध्यम श्रेणी के शहर

नौ शहरों में वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ (एक्यूआई 101-200) रही, जिनमें श्रीगंगानगर, मंगुराहा, सहरसा, तिरुमाला, छपरा, चुरू, टोंक, बद्दी और झांसी शामिल हैं। कल की तुलना में मध्यम श्रेणी के शहरों की संख्या में 18% की कमी दर्ज की गई।

दिल्ली की स्थिति

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर घटकर एक्यूआई 76 पर पहुंचा, जो ‘संतोषजनक’ है। पिछले चार महीनों (जनवरी-अप्रैल 2025) में दिल्ली की हवा एक भी दिन साफ नहीं रही। नवंबर 2024 में आठ दिन और दिसंबर 2024 में छह दिन वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ स्तर पर थी, जिससे सांस लेना मुश्किल हो गया था।

You may also like