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बढ़ते तापमान से जलवायु परिवर्तन का संकट: सितंबर 2024 बना इतिहास का दूसरा सबसे गर्म महीना

by kishanchaubey
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हर गुजरते दिन के साथ वैश्विक तापमान में वृद्धि का सिलसिला जारी है। यह बढ़ता हुआ तापमान अब आम लोगों द्वारा भी महसूस किया जाने लगा है। जहाँ अक्टूबर में आमतौर पर हल्की ठंडक महसूस होनी चाहिए, वहीं अब भी गर्मी की लहरें बनी हुई हैं।

सितंबर 2024: अब तक का दूसरा सबसे गर्म महीना

यूरोप की कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस (सी3एस) ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया कि सितंबर 2024 अब तक का दूसरा सबसे गर्म सितंबर साबित हुआ है। इस दौरान औसत तापमान औद्योगिक काल (1850-1900) की तुलना में 1.54°C अधिक दर्ज किया गया। 2023 में सितंबर का महीना अब तक का सबसे गर्म महीना था।

ग्लोबल तापमान का बढ़ना जारी

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कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर 2024 में वैश्विक औसत तापमान 16.17°C तक पहुँच गया। यह तापमान 1991 से 2020 के औसत से 0.73°C ज्यादा था। इस साल के पहले आठ महीनों में हर महीने तापमान के नए रिकॉर्ड बने हैं, और पिछले 15 महीनों में 14 बार तापमान 1.5°C से अधिक रहा है।

2024: सबसे गर्म साल बनने की कगार पर

वैज्ञानिकों के अनुसार, यदि वर्तमान तापमान वृद्धि जारी रहती है, तो 2024 अब तक का सबसे गर्म वर्ष साबित होगा। इसके 97% संभावनाएँ हैं कि यह साल रिकॉर्ड तोड़ेगा। पिछले 12 महीनों में औसत तापमान 1.62°C अधिक रहा है।

जलवायु परिवर्तन के प्रभाव

बढ़ते तापमान के ये आंकड़े सीधे तौर पर जलवायु परिवर्तन की ओर इशारा करते हैं। बढ़ते प्रदूषण और उत्सर्जन के कारण धरती पर तापमान तेजी से बढ़ रहा है, और यह चिंता का विषय है। विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि यदि अब भी हम इस ओर ध्यान नहीं देते, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

अध्ययन के लिए अतिरिक्त स्रोत

जलवायु परिवर्तन और इसके प्रभावों पर और जानकारी के लिए, आप IPCC की रिपोर्ट्स पढ़ सकते हैं। इसके अलावा, कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस द्वारा जारी की गई डेटा विश्लेषण रिपोर्ट्स भी आपको अधिक जानकारी दे सकती हैं।

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