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भारत के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में मेघालय का बर्नीहाट सबसे आगे

by kishanchaubey
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देश में वायु प्रदूषण की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है और ताजा रिपोर्ट के अनुसार, मेघालय का बर्नीहाट (AQI 337) सबसे प्रदूषित शहर बन गया है। यह देश का इकलौता शहर है जहां आज वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 से ऊपर दर्ज किया गया। हालांकि, कई अन्य शहरों में भी प्रदूषण का स्तर काफी चिंताजनक बना हुआ है।

प्रदूषण से प्रभावित शीर्ष 10 शहर

  1. बर्नीहाट (337 AQI) – देश का सबसे प्रदूषित शहर।
  2. बूंदी (291 AQI) – राजस्थान का यह शहर दूसरे स्थान पर है।
  3. हाजीपुर (270 AQI) – बिहार का यह शहर तीसरे स्थान पर है।
  4. दिल्ली (264 AQI) – राष्ट्रीय राजधानी चौथे स्थान पर बनी हुई है।
  5. बद्दी (259 AQI) – हिमाचल प्रदेश का यह शहर पांचवें स्थान पर है।
  6. सुआकाती (245 AQI) – यह शहर छठे स्थान पर दर्ज किया गया।
  7. झालावाड़ (243 AQI) – राजस्थान का यह शहर सातवें स्थान पर रहा।
  8. राउरकेला (241 AQI) – यह शहर आठवें स्थान पर है।
  9. बेगूसराय (240 AQI) – बिहार का यह शहर नौवें स्थान पर रहा।
  10. गुरुग्राम (234 AQI) – यह शहर दसवें स्थान पर दर्ज हुआ।

दिल्ली और अन्य बड़े शहरों की स्थिति

दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में हल्की गिरावट देखने को मिली, लेकिन अब भी यह “खराब” श्रेणी में बना हुआ है। दिल्ली में AQI 264 दर्ज किया गया, जबकि पड़ोसी शहर फरीदाबाद में AQI 203 पहुंच गया।

मुंबई (113 AQI) में प्रदूषण मध्यम स्तर पर है, जबकि लखनऊ (173 AQI), चेन्नई (76 AQI), जयपुर (140 AQI) और पटना (183 AQI) में भी हवा की गुणवत्ता खराब बनी हुई है।

कौन-कौन से शहरों की हवा सबसे साफ़ रही?

देश में केवल 14 शहर ऐसे हैं, जहां वायु गुणवत्ता “बेहतर” श्रेणी (0-50 AQI) में रही। इन शहरों में शामिल हैं:

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  • थूथुकुडी (30 AQI) – भारत का सबसे स्वच्छ वायु गुणवत्ता वाला शहर।
  • बरेली, चिकबलपुर, वाराणसी, विजयपुरा, तिरुनेलवेली आदि शहरों में भी हवा की गुणवत्ता अच्छी रही।

प्रदूषण की बढ़ती समस्या और चिंताजनक आंकड़े

  • भारत में “खराब” हवा वाले शहरों की संख्या में 10% की वृद्धि हुई है।
  • केवल 7% शहरों में हवा साफ़ है, जबकि 62% से ज्यादा शहरों में हालात गंभीर बने हुए हैं।
  • जनवरी 2025 में दिल्ली में एक भी दिन हवा शुद्ध नहीं रही
  • पिछले साल नवंबर में 8 दिन और दिसंबर में 6 दिन दिल्ली की हवा “गंभीर” श्रेणी में रही

AQI का अर्थ और इसका प्रभाव

  • 0-50 AQI – स्वच्छ हवा, स्वास्थ्य के लिए उत्तम।
  • 51-100 AQI – संतोषजनक हवा, हल्की असुविधा संभव।
  • 101-200 AQI – मध्यम श्रेणी, सांस की बीमारियों से ग्रसित लोगों को परेशानी हो सकती है।
  • 201-300 AQI – खराब हवा, बुजुर्गों और बच्चों को विशेष ध्यान देने की जरूरत।
  • 301-400 AQI – बेहद खराब, स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंचाने की संभावना।
  • 401-500 AQI – खतरनाक स्तर, सभी के लिए हानिकारक।

क्या किया जा सकता है?

  1. वाहनों का कम उपयोग – सार्वजनिक परिवहन, साइकिल और पैदल चलने को प्राथमिकता दें।
  2. हरे-भरे क्षेत्र बढ़ाएं – अधिक से अधिक पेड़ लगाएं।
  3. औद्योगिक उत्सर्जन पर नियंत्रण – सरकार को कठोर नियम लागू करने चाहिए।
  4. कचरा जलाने पर प्रतिबंध – खुले में कचरा और पराली जलाने से बचें।
  5. प्रदूषण नियंत्रण नीति – सरकार को सख्त नीतियां बनानी चाहिए और जनता को जागरूक करना चाहिए।

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