अमेरिकन एसोसिएशन फॉर कैंसर रिसर्च (AACR) की हालिया वार्षिक बैठक में प्रस्तुत एक नए शोध के अनुसार, 20 से 49 वर्ष की महिलाओं में पिछले दो दशकों में स्तन कैंसर के मामले बढ़े हैं, लेकिन इस आयु वर्ग में मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी आई है।
यह शोध वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के सर्जरी विभाग, सार्वजनिक स्वास्थ्य विज्ञान प्रभाग और साइटमैन कैंसर सेंटर की अगुवाई में किया गया।
शोध के प्रमुख निष्कर्ष
शोध में निगरानी, महामारी विज्ञान और अंतिम परिणाम (SEER) प्रोग्राम के 2010-2020 के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया, जिसमें 11,661 स्तन कैंसर से होने वाली मौतें शामिल थीं।
शोधकर्ताओं ने नस्ल, जातीयता, और स्तन कैंसर के आणविक उप-प्रकारों (ल्यूमिनल ए, ल्यूमिनल बी, HER2, और ट्रिपल-नेगेटिव) के आधार पर मृत्यु दर और 10-वर्षीय सापेक्ष उत्तरजीविता का अध्ययन किया।
- मृत्यु दर में कमी: 2010 में 9.70 प्रति 1,00,000 महिलाओं की मृत्यु दर 2020 में घटकर 1.47 प्रति 1,00,000 हो गई। ल्यूमिनल ए उप-प्रकार में सबसे अधिक गिरावट (-32.88% APC, 2017) और ट्रिपल-नेगेटिव में भी उल्लेखनीय कमी (-32.82% APC, 2018) देखी गई।
- उत्तरजीविता में असमानता: गैर-हिस्पैनिक अश्वेत महिलाओं में उत्तरजीविता दर सबसे कम, जबकि गैर-हिस्पैनिक श्वेत और एशियाई/प्रशांत द्वीप समूह की महिलाओं में सबसे बेहतर थी।
- प्रगति के कारण: शोधकर्ताओं का मानना है कि 2016 के बाद मृत्यु दर में तेज गिरावट उपचार में प्रगति, सटीक चिकित्सा का बढ़ता उपयोग, और 40-49 वर्ष की महिलाओं में जांच व देखभाल तक बेहतर पहुंच के कारण है।
शोध का महत्व
शोधकर्ताओं के अनुसार, यह अध्ययन मृत्यु दर के रुझानों को समझने और संसाधनों के प्रभावी उपयोग के लिए महत्वपूर्ण है। हालांकि प्रगति उल्लेखनीय है, नस्लीय और जातीय असमानताओं को खत्म करने की आवश्यकता है।
गैर-हिस्पैनिक अश्वेत महिलाओं में खराब उत्तरजीविता परिणाम इस दिशा में और प्रयासों की मांग करते हैं।
भविष्य के लिए सुझाव
शोध में निम्नलिखित सिफारिशें दी गई हैं:
- ट्यूमर विज्ञान, कार्सिनोजेनेसिस, और उपचार प्रतिक्रिया को समझने के लिए आणविक स्तर पर शोध को बढ़ावा देना।
- 40-49 वर्ष की महिलाओं में जनसंख्या-आधारित जांच को प्रोत्साहित करना।
- उच्च जोखिम वाली युवा महिलाओं की स्क्रीनिंग और सभी के लिए उच्च गुणवत्ता वाले उपचार तक पहुंच सुनिश्चित करना।