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प्रदूषण के मामले में बर्नीहाट सबसे खराब, दिल्ली में मामूली सुधार, फिर भी स्थिति गंभीर

by kishanchaubey
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Delhi-NCR: देशभर में प्रदूषण का स्तर लगातार चिंताजनक बना हुआ है। बर्नीहाट आज भी सबसे प्रदूषित शहरों में शीर्ष पर है। हालांकि, कल की तुलना में वहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में हल्का सुधार देखा गया है, लेकिन इसके बावजूद बर्नीहाट का एक्यूआई आज 339 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।

दिल्ली में प्रदूषण स्तर में 54 अंकों की गिरावट आई है, लेकिन एक्यूआई 314 पर बना हुआ है, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में है। दिसंबर 2024 में दिल्ली में एक भी दिन ऐसा नहीं था, जब हवा साफ हो।

देश में प्रदूषण की स्थिति

देश के 234 शहरों में वायु गुणवत्ता का आकलन किया गया। इनमें से 25 शहरों में वायु गुणवत्ता ‘बेहतर’ पाई गई। 58 शहरों में हवा ‘संतोषजनक’ रही, जबकि 119 शहरों में प्रदूषण स्तर ‘मध्यम’ रहा। 64% शहरों में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ या उससे अधिक श्रेणी में पाई गई।

प्रदूषित शहर

प्रदूषण के मामले में बर्नीहाट (339) सबसे आगे है। इसके बाद दिल्ली (314), चुरू (287) और सीकर (242) प्रमुख प्रदूषित शहरों में शामिल हैं।

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  • अन्य शहर: फरीदाबाद (242), गुरुग्राम (240), चंडीगढ़ (232), जयपुर (229), नोएडा (177)।

साफ हवा वाले शहर

मदिकेरी देश का सबसे साफ शहर रहा, जहां एक्यूआई मात्र 24 दर्ज किया गया। मदिकेरी की हवा बर्नीहाट से 13 गुना बेहतर पाई गई।
साफ हवा वाले अन्य शहरों में प्रयागराज, ऋषिकेश, शिवमोगा, त्रिशूर, वाराणसी और तिरुपति शामिल हैं।

संतोषजनक हवा वाले शहर

कटिहार, कोहिमा, कोलार, लुधियाना, मुरादाबाद, पुदुचेरी, सागर और श्री गंगानगर जैसे 58 शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक पाई गई।

प्रदूषण से जुड़े आंकड़े

  1. मध्यम वायु गुणवत्ता:
    119 शहरों में वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ रही। इनमें लखनऊ, मुंबई, पटना, गाजियाबाद, इंदौर, नागपुर और रतलाम प्रमुख हैं।
  2. बेहतर हवा वाले शहर:
    कुल 25 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 0-50 के बीच रहा।
  3. प्रदूषित शहरों में वृद्धि:
    कल के मुकाबले प्रदूषित शहरों की संख्या में 3% की वृद्धि हुई है।

दिल्ली में प्रदूषण का रिकॉर्ड

  • दिसंबर 2024 में 6 दिन वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ रही।
  • नवंबर में 8 दिन ‘गंभीर’ श्रेणी दर्ज की गई।
  • पिछले दो महीनों में दिल्लीवासियों ने साफ हवा का एक भी दिन अनुभव नहीं किया।

वायु गुणवत्ता श्रेणियां

  1. बेहतर (0-50): कोई स्वास्थ्य जोखिम नहीं।
  2. संतोषजनक (51-100): मामूली प्रभाव।
  3. मध्यम (101-200): संवेदनशील लोगों को हल्की समस्या।
  4. खराब (201-300): अस्वस्थ लोगों के लिए समस्या।
  5. बहुत खराब (301-400): स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव।
  6. गंभीर (401-500): सभी लोगों के लिए जोखिम।

देशभर में प्रदूषण का असर

  • दिल्ली-NCR: गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम सबसे ज्यादा प्रभावित।
  • उत्तर भारत: जयपुर, चंडीगढ़, चुरू और सीकर प्रदूषण से प्रभावित।
  • दक्षिण भारत: मदिकेरी, त्रिशूर और शिवमोगा में हवा की गुणवत्ता बेहतर।
  • पूर्वी भारत: कोलकाता, पटना, गुवाहाटी, पूर्णिया में वायु गुणवत्ता मध्यम।

जरूरत क्या है?

  • वाहनों का प्रदूषण नियंत्रण
  • स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग
  • हरित क्षेत्र बढ़ाना
  • कचरे का वैज्ञानिक प्रबंधन

सरकार और जनता को मिलकर प्रदूषण के खिलाफ ठोस कदम उठाने की जरूरत है।

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