Bengaluru Rain: बेंगलुरु में रविवार रातभर हुई भारी बारिश (10 सेंटीमीटर) ने शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा कर दी। मौसम विभाग के अनुसार, यह पिछले 15 सालों में दूसरी सबसे बड़ी बारिश है, इससे पहले 18 मई 2022 को 114.6 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। प्री-मानसून की सबसे अधिक बारिश का रिकॉर्ड 15 सेंटीमीटर है।
शहर के निचले इलाकों, खासकर साई लेआउट जैसे झील की जमीन पर बसे क्षेत्रों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, जो पहले से ही जलभराव के लिए कुख्यात है। दमकल विभाग ने नावों और ट्रैक्टरों की मदद से बच्चों और बुजुर्गों सहित कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। राहत कार्य दोपहर तक जारी रहा।

मौसम विभाग की वैज्ञानिक लता श्रीधर ने बीबीसी हिंदी को बताया, “पिछले 24 घंटों में 112.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। यह प्री-मानसून बारिश है, जिसने शहर के उन इलाकों को भी प्रभावित किया जो आमतौर पर साफ-सुथरे और बेहतर माने जाते हैं, जैसे बस स्टॉप और मुख्य सड़कें।”
साई लेआउट में रविवार को ब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के नव नियुक्त आयुक्त महेश्वर राव ने दौरा किया, जहां स्थानीय निवासियों ने उनसे जलभराव की समस्या को लेकर सवाल किए। कर्नाटक के शहरी विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव तुषार गिरिनाथ ने बताया कि साई लेआउट में स्टॉर्म वॉटर ड्रेन की ऊंचाई और संकरे रेलवे वेंट के कारण पानी का निकास नहीं हो पा रहा। इसके समाधान के लिए एक अतिरिक्त रेलवे वेंट बनाने की योजना है, जिसके लिए रेलवे की अनुमति का इंतजार है। यह काम 31 अगस्त तक पूरा होने की उम्मीद है।
गिरिनाथ ने यह भी बताया कि शहर के अन्य हिस्सों में जलभराव की वजह ड्रेनेज आउटलेट्स पर ठोस कचरे का जमा होना है। अभी तक किसी हताहत की खबर नहीं है, लेकिन शहरवासियों को इस अप्रत्याशित बारिश ने परेशान कर दिया है।