दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है। मंगलवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 421 तक पहुंच गया, जो “गंभीर” श्रेणी में आता है। सोमवार रात 10 बजे AQI ने 400 का आंकड़ा पार कर लिया था। शांत हवाओं के कारण प्रदूषण और बढ़ गया, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई। इस पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार के वायु गुणवत्ता पैनल ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चरण-4 के तहत कड़े प्रतिबंध लागू किए हैं।
दिल्ली के प्रदूषण स्तर
SAFAR-India के अनुसार, दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में AQI 400 से ऊपर है।
- अनंद विहार: 467
- बवाना: 467
- जहांगीरपुरी: 468
- रोहिणी: 464
- विवेक विहार: 462
- अन्य कई इलाकों में भी AQI खतरनाक स्तर पर है।
GRAP क्या है?
GRAP (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के तहत वायु गुणवत्ता के बिगड़ने पर चरणबद्ध तरीके से पाबंदियां लगाई जाती हैं:
- चरण 1 (AQI 201-300): खराब वायु गुणवत्ता पर लागू होता है।
- चरण 2 (AQI 301-400): बहुत खराब श्रेणी।
- चरण 3 (AQI 401-450): गंभीर श्रेणी।
- चरण 4 (AQI 450+): बेहद गंभीर और खतरनाक स्थिति।
चरण-4 के तहत लागू पाबंदियां
- निर्माण कार्यों पर पूरी तरह प्रतिबंध: सभी निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियां रोक दी गई हैं।
- प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों की एंट्री पर बैन: केवल आवश्यक सामान ढोने वाले और प्रदूषण रहित (CNG और इलेक्ट्रिक) ट्रकों को ही दिल्ली में आने की अनुमति है।
- स्कूलों में हाइब्रिड मोड:
- कक्षा 6-9 और 11 के लिए हाइब्रिड मोड (ऑफलाइन और ऑनलाइन) लागू।
- कक्षा 10 और 12 को छोड़कर बाकी कक्षाओं के लिए ऑनलाइन पढ़ाई अनिवार्य।
- औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों पर निगरानी: गैर-जरूरी गतिविधियों पर सख्त पाबंदी।
चरण-3 में लागू पाबंदियां
चरण-3 के तहत पहले ही कुछ सख्त कदम उठाए गए थे:
- डीजल जनरेटर का उपयोग बंद।
- स्कूलों में कक्षा 5 तक के लिए हाइब्रिड मोड लागू।
स्थिति पर विशेषज्ञों की राय
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण के पीछे शांत हवाएं, पराली जलाने और वाहनों से होने वाला प्रदूषण मुख्य कारण हैं।
सरकार और संबंधित विभाग प्रदूषण पर काबू पाने के लिए कड़े कदम उठा रहे हैं, लेकिन नागरिकों को भी अपने स्तर पर प्रयास करना होगा।
सुझाव और समाधान
- निजी वाहनों की जगह पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें।
- वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा दें।
- प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों से बचें।
- प्रदूषण कम करने वाली तकनीकों का इस्तेमाल किया जाए।
निष्कर्ष
दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए GRAP के चरण-4 के तहत सख्त नियम लागू किए गए हैं। सरकार, विभाग और नागरिकों के संयुक्त प्रयासों से ही इस संकट का समाधान संभव है। स्वच्छ हवा और स्वस्थ जीवन के लिए हर किसी को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।