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देश में वायु प्रदूषण का नया नक्शा: रोहतक सबसे प्रदूषित, दिल्ली-नोएडा को मिली आंशिक राहत

by kishanchaubey
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Air Pollution News: देश में वायु प्रदूषण एक बार फिर गंभीर चिंता का विषय बन गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा 24 दिसंबर 2025 को जारी आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि हरियाणा का रोहतक देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 340 दर्ज किया गया। यह स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सुरक्षित सीमा से करीब 2,100 फीसदी अधिक है। रोहतक की हवा में पीएम2.5 जैसे बेहद महीन और खतरनाक कण पूरी तरह हावी हैं, जो लोगों को गंभीर बीमार बना सकते हैं।

दूसरी ओर, दिल्ली-एनसीआर के कुछ शहरों को आंशिक राहत मिली है। कल देश में सबसे प्रदूषित रहा नोएडा आज 153 अंकों के सुधार के साथ 426 से घटकर 273 पर आ गया है। इससे नोएडा की वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ से ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है। राजधानी दिल्ली में भी 141 अंकों का सुधार दर्ज किया गया है। कल 412 रहा दिल्ली का AQI आज 271 पर आ गया, जिससे वायु गुणवत्ता गंभीर से सीधे ‘खराब’ श्रेणी में पहुंची है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि यह राहत अस्थायी हो सकती है।

देश में जहां रोहतक की स्थिति सबसे खराब है, वहीं मेघालय की राजधानी शिलांग सबसे साफ शहर बनकर सामने आई है। शिलांग में AQI महज 11 दर्ज किया गया, जो साफ हवा की श्रेणी में आता है। अगर रोहतक और शिलांग की तुलना करें तो रोहतक की हवा करीब 30 गुना ज्यादा प्रदूषित है।

CPCB के आंकड़ों के मुताबिक, देश के 236 शहरों में से सिर्फ 11 शहरों (4.7 फीसदी) में हवा साफ है। 61 शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक, 119 में मध्यम, 40 में खराब और 5 शहरों में बेहद खराब स्थिति बनी हुई है। कुल मिलाकर 69.5 फीसदी शहरों की हवा अब भी चिंताजनक श्रेणी में है।

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विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि प्रदूषण में यह उतार-चढ़ाव लोगों को भ्रमित कर सकता है। जब तक प्रदूषण के स्थायी स्रोतों पर सख्ती से नियंत्रण नहीं किया जाता, तब तक साफ हवा महज आंकड़ों तक ही सीमित रहेगी।

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