वायु प्रदूषण न केवल इंसानों के लिए, बल्कि पालतू जानवरों के लिए भी खतरनाक है। इससे जानवरों को कई तरह की त्वचा संबंधी और स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। डॉ. शशिकांत मल्लुक, Happy Paws NX Pet Clinic के संस्थापक और R3Animalife Foundation के फाउंडर, बताते हैं कि वायु प्रदूषण के कारण पालतू जानवरों की त्वचा पर जलन, लाल चकत्ते और खुजली जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
आम समस्याएं:
- कैनाइन एटॉपिक डर्मेटाइटिस:
यह एक आम समस्या है जिसमें त्वचा पर लाल चकत्ते, रैशेज और खुजली होती है। हवा में मौजूद प्रदूषित कण त्वचा पर चिपक जाते हैं, जिससे जलन और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। - एलर्जी:
पालतू जानवरों में वायु प्रदूषण के कारण छींक आना, आंखों से पानी आना, घरघराहट (wheezing), और ज्यादा खुजली जैसी एलर्जी की समस्या हो सकती है। - पंजे चाटना:
खराब वायु गुणवत्ता के कारण जानवर लगातार अपने पंजे चाटने लगते हैं, जिससे उनकी त्वचा और ज्यादा खराब हो सकती है।
वायु प्रदूषण और पालतू जानवरों की सेहत पर प्रभाव:
- लंबे समय तक प्रदूषण के संपर्क में रहने से त्वचा में असंतुलन, सूजन और संक्रमण बढ़ सकता है।
- गंभीर मामलों में फेफड़ों की बीमारियां, अस्थमा, और ब्रोंकाइटिस का खतरा रहता है।
- जिन जगहों पर निर्माण कार्य चल रहा हो, वहां सीमेंट और धूल के संपर्क में आने से त्वचा संक्रमण और बाल झड़ने की समस्या (alopecia) बढ़ जाती है।
- AQI (Air Quality Index) का स्तर 100 से ऊपर जाते ही संवेदनशील जानवरों पर असर दिखने लगता है, और 150 से ऊपर यह सभी पालतू जानवरों के लिए खतरनाक हो जाता है।
बचाव के उपाय:
- एयर क्वालिटी पर नजर रखें:
अगर AQI खराब है, तो अपने पालतू जानवरों को बाहर ले जाने का समय 10–15 मिनट तक सीमित रखें। - अंदर की हवा साफ रखें:
घर के अंदर साफ और फिल्टर्ड हवा सुनिश्चित करें। पालतू जानवरों को ऐसी जगह सुलाएं जहां एयर प्यूरीफायर लगा हो। - हाइड्रेशन और पोषण:
जानवरों को पर्याप्त मात्रा में पानी दें, क्योंकि यह उनके शरीर से टॉक्सिन्स निकालने में मदद करता है। उन्हें पौष्टिक आहार खिलाएं और यदि आवश्यक हो, तो विटामिन और मिनरल्स वाले सप्लीमेंट्स भी दें। - नियमित ग्रूमिंग और डॉक्टर से परामर्श:
नियमित स्नान और ग्रूमिंग से त्वचा की समस्याओं को रोका जा सकता है। साथ ही, समय-समय पर वेटनरी डॉक्टर से चेकअप करवाएं। - शोर से बचाव:
तेज आवाज और शोर प्रदूषण पालतू जानवरों के लिए मानसिक और शारीरिक तनाव का कारण बनता है। ऐसे में उन्हें शांत और सुरक्षित माहौल में रखें।
पर्यावरण पर प्रभाव:
वायु प्रदूषण का असर सिर्फ जानवरों पर ही नहीं, बल्कि पूरे पारिस्थितिकी तंत्र पर पड़ता है। पेड़-पौधों की वृद्धि धीमी हो जाती है, जिससे खाद्य श्रृंखला पर असर पड़ता है। साफ हवा और पर्यावरण बनाए रखने के लिए हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने और प्रदूषण को कम करने की कोशिश करनी चाहिए।
पालतू जानवर हमारी ज़िम्मेदारी हैं। प्रदूषण से बचाव के इन उपायों को अपनाकर हम उन्हें स्वस्थ और खुश रख सकते हैं।