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ब्रजराजनगर में वायु प्रदूषण का स्तर चरम पर, AQI 310 तक पहुंचा; कोयंबटूर की हवा सबसे साफ

by kishanchaubey
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देश में वायु प्रदूषण का स्तर चिंताजनक बना हुआ है, जिसमें ओडिशा के ब्रजराजनगर की स्थिति सबसे खराब है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के 03 जून 2025 के आंकड़ों के अनुसार, ब्रजराजनगर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 310 तक पहुंच गया है, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है।

एक दिन पहले की तुलना में यहां प्रदूषण स्तर में 217 अंकों का उछाल देखा गया, जिसके कारण यह शहर संतोषजनक से सीधे बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया। आज ब्रजराजनगर की हवा में ओजोन की मात्रा हावी रही, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रही है।

देश के सबसे प्रदूषित शहर

सीपीसीबी के विश्लेषण के अनुसार, देश के दस सबसे प्रदूषित शहरों में चार राजस्थान से हैं। इनमें जैसलमेर (AQI 303) दूसरे और बाड़मेर (AQI 269) तीसरे स्थान पर हैं। बिहार का हाजीपुर (AQI 192) चौथे और राजस्थान का पाली (AQI 191) पांचवें स्थान पर है। बिहार के समस्तीपुर (AQI 190), महाराष्ट्र के जलना, राजस्थान के जालौर, हिमाचल प्रदेश के बद्दी और उत्तर प्रदेश के मेरठ भी टॉप-10 प्रदूषित शहरों में शामिल हैं।

कल बिहार के राजगीर में AQI 237 के साथ सबसे ज्यादा प्रदूषण दर्ज किया गया था, लेकिन आज इसके आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं। इसके विपरीत, ब्रजराजनगर और बद्दी जैसे शहरों में ओजोन का स्तर प्रमुख रहा, जबकि जैसलमेर, बाड़मेर, पाली, समस्तीपुर, जालौर, मेरठ, श्रीगंगानगर, मोतिहारी, पटना, नोएडा, गुरुग्राम, उदयपुर, दिल्ली, जोधपुर, नागौर और सिरोही जैसे शहरों में पीएम10 (मोटे कण) और हाजीपुर, जलना, बर्नीहाट, सासाराम, मुजफ्फरपुर में पीएम2.5 (बारीक कण) प्रदूषण का प्रमुख स्रोत रहे।

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दिल्ली में प्रदूषण में कमी, लेकिन स्थिति मध्यम

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कल की तुलना में 15 अंकों की कमी के साथ AQI 143 पर पहुंच गया है, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में है। हालांकि, पिछले चार महीनों (जनवरी- अप्रैल 2025) में दिल्ली की हवा एक भी दिन ‘साफ’ नहीं रही। नवंबर 2024 में आठ दिन और दिसंबर 2024 में छह दिन दिल्ली में AQI ‘गंभीर’ स्तर पर रहा, जिसने लोगों के लिए सांस लेना तक मुश्किल कर दिया था।

कोयंबटूर की हवा सबसे साफ

राहत की बात यह है कि तमिलनाडु के कोयंबटूर में AQI 25 दर्ज किया गया, जो देश में सबसे साफ हवा का संकेत देता है। ब्रजराजनगर की तुलना में कोयंबटूर की हवा 11 गुना बेहतर है। कोयंबटूर के अलावा 37 अन्य शहरों, जैसे कोल्हापुर, मदिकेरी, मदुरै, मीरा-भायंदर, मुंगेर, मैसूर, पुदुचेरी, सलेम, सिलचर, सिलीगुड़ी, सूरत, तिरुवनंतपुरम आदि में हवा ‘बेहतर’ (AQI 0-50) रही। इन शहरों की संख्या में कल की तुलना में 15% की बढ़ोतरी हुई है।

संतोषजनक और मध्यम हवा वाले शहर

देश के 125 शहरों, जैसे अलवर, लुधियाना, मुंबई, नागपुर, पुणे, रायपुर, जयपुर, भोपाल, औरंगाबाद, अमृतसर आदि में वायु गुणवत्ता ‘संतोषजनक’ (AQI 51-100) रही, जिसमें 19% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं, 55 शहरों, जैसे दिल्ली, गुरुग्राम, गाजियाबाद, चंडीगढ़, कोटा, हावड़ा, पटना आदि में AQI ‘मध्यम’ (101-200) रहा। हालांकि, मध्यम हवा वाले शहरों की संख्या में 20% की कमी आई है।

प्रदूषण का रुझान और इसका प्रभाव

आंकड़ों के अनुसार, देश के 221 शहरों में से 17% में हवा साफ, 57% में संतोषजनक और 26% में चिंताजनक स्थिति रही। ‘खराब’ हवा वाले शहरों की संख्या में कमी आई है, लेकिन ब्रजराजनगर जैसे शहरों में स्थिति गंभीर बनी हुई है।

वायु गुणवत्ता सूचकांक का अर्थ

  • 0-50 (बेहतर): हवा साफ, स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित।
  • 51-100 (संतोषजनक): मामूली असर, संवेदनशील लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।
  • 101-200 (मध्यम): सामान्य स्वास्थ्य पर कम असर, लेकिन संवेदनशील समूहों को परेशानी।
  • 201-300 (खराब): सांस संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
  • 301-400 (बेहद खराब): गंभीर स्वास्थ्य जोखिम, लंबे समय तक नुकसान।
  • 401-500 (गंभीर): स्वस्थ लोगों को भी नुकसान, बीमार लोगों के लिए जानलेवा।

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