Air Pollution: देश में बढ़ते वायु प्रदूषण ने अररिया को सबसे प्रदूषित शहर बना दिया है, जहां 20 जुलाई 2025 को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 368 तक पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, अररिया की हवा में PM2.5 कण हावी हैं, जिससे सांस लेना मुश्किल हो गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के मुताबिक, अररिया में PM2.5 का स्तर 2,353% अधिक है।कल तिरुमाला सबसे प्रदूषित था, जहां AQI 325 था, लेकिन 116 अंकों के सुधार के साथ यह 209 पर आ गया, फिर भी यह दूसरे स्थान पर है। तिरुमाला में ओजोन प्रदूषण चिंताजनक है।
सुआकाती (AQI 186) तीसरे, नंदेसरी (AQI 161) चौथे, और श्रीगंगानगर (AQI 161) पांचवें स्थान पर हैं। सागर (AQI 160) छठे, गुम्मिडिपूंडी (AQI 155), मंडी गोबिंदगढ़ (AQI 140), बद्दी (AQI 138), और गया (AQI 132) भी शीर्ष दस प्रदूषित शहरों में हैं। इनमें PM2.5 और PM10 हावी हैं, जबकि सुआकाती, बद्दी, कटनी, और झांसी में PM10 का स्तर चिंता का विषय है।शिलांग की हवा सबसे साफ रही, जहां AQI 15 दर्ज हुआ, जो अररिया से 24 गुना बेहतर है।
देश के 89 शहरों, जैसे अहमदाबाद, बेंगलुरु, भुवनेश्वर, और देहरादून, में हवा साफ (AQI 0-50) रही, लेकिन साफ हवा वाले शहरों की संख्या में 1% की कमी आई। दिल्ली में AQI 21 अंकों की बढ़ोतरी के साथ 75 पर पहुंचा, जो संतोषजनक है। 118 शहरों, जैसे जयपुर, लखनऊ, और मुंबई, में AQI 51-100 रहा। 11 शहरों, जैसे बद्दी और गया, में AQI मध्यम (101-200) रहा।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI):
- 0-50 (बेहतर): साफ हवा, सुरक्षित।
- 51-100 (संतोषजनक): स्वीकार्य, संवेदनशील लोगों को थोड़ा जोखिम।
- 101-200 (मध्यम): कुछ स्वास्थ्य समस्याएं।
- 201-300 (खराब): गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव।
- 301-400 (बेहद खराब): लंबे समय तक नुकसान।
- 401-500 (गंभीर): स्वस्थ लोगों को भी खतरा, बीमार लोगों के लिए जानलेवा।