वायु प्रदूषण न केवल हमारे लिए हानिकारक है, बल्कि यह मधुमक्खियों की फूलों को पहचानने की अद्वितीय क्षमता को भी प्रभावित कर सकता है। 2018 और 2019 की गर्मियों में, पर्यावरण वैज्ञानिक जेम्स रायल्स और उनकी टीम ने इंग्लैंड के रीडिंग के पास एक खेत में काले सरसों के पौधों के आसपास मंडराने वाले कीड़ों का निरीक्षण किया। यह एक अनोखा प्रयोग था जिसमें कुछ पौधों के चारों ओर ओजोन और नाइट्रोजन ऑक्साइड जैसे प्रदूषक गैसें छोड़ी गईं, जबकि अन्य पौधों को साफ हवा में रखा गया।
परिणामों ने वैज्ञानिकों को चौंका दिया। प्रदूषण से घिरे पौधों पर आने वाले कीड़ों की संख्या में 70% तक की कमी आई, और उनके फूलों पर 90% कम दौरे दर्ज किए गए। अध्ययन के सह-लेखक रॉबी गर्लिंग ने बताया कि इस तरह के परिणामों की उम्मीद नहीं थी। इस शोध ने यह स्पष्ट किया कि प्रदूषण पौधों की खुशबू को बदल सकता है, जिससे कीड़ों के लिए फूलों को पहचानना मुश्किल हो जाता है।
यह खोज उस समय और अधिक चिंताजनक हो जाती है जब पहले से ही कीटों की आबादी कृषि रसायनों, आवासीय हानि और जलवायु परिवर्तन के कारण गिरावट का सामना कर रही है।