Air Pollution News : देश में आज गुजरात के नंदेसरी की हवा सबसे अधिक प्रदूषित रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के 06 जुलाई 2025 के आंकड़ों के मुताबिक, नंदेसरी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 61 अंकों की उछाल के साथ 251 पर पहुंच गया, जो ‘मध्यम’ से ‘खराब’ श्रेणी में आ गया।
यहां हवा में PM2.5 कणों का स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानकों से 1573 फीसदी अधिक दर्ज किया गया।अमृतसर में भी स्थिति चिंताजनक रही, जहां AQI 238 पर पहुंचकर ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज हुआ। कल तक देश में कोई शहर ‘खराब’ श्रेणी में नहीं था, लेकिन आज नंदेसरी और अमृतसर के साथ यह संख्या दो हो गई।
प्रदूषण के मामले में कटिहार (AQI 135) तीसरे, ग्रेटर नोएडा (AQI 110) चौथे, और बद्दी (AQI 105) पांचवें स्थान पर रहे। नोएडा (AQI 104) और खुर्जा (AQI 103) भी शीर्ष प्रदूषित शहरों में शामिल हैं। कटिहार, ग्रेटर नोएडा, बद्दी, नोएडा, और खुर्जा में PM10 का स्तर हावी रहा, जबकि नंदेसरी और अमृतसर में PM2.5 के कारण स्थिति बिगड़ी।
इसके उलट, मिजोरम की राजधानी आइजोल में हवा सबसे साफ रही, जहां AQI केवल 7 दर्ज किया गया। नंदेसरी की तुलना में आइजोल की हवा 35 गुना बेहतर है। सीपीसीबी के रुझानों के अनुसार, आइजोल सहित 123 शहरों में हवा ‘बेहतर’ (AQI 0-50) रही, जिनमें पटियाला, पुदुचेरी, पुणे, शिलांग, ऋषिकेश, राउरकेला, सलेम, सिंगरौली, तिरुवनंतपुरम, उदयपुर, और वाराणसी शामिल हैं।
साफ हवा वाले शहरों की संख्या में कल की तुलना में 6 फीसदी की वृद्धि हुई।दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में 14 अंकों की कमी आई, और AQI 75 पर पहुंचकर ‘संतोषजनक’ (51-100) श्रेणी में रहा। हालांकि, जनवरी से अप्रैल 2025 तक दिल्ली की हवा एक भी दिन ‘साफ’ नहीं रही। नवंबर 2024 में आठ दिन और दिसंबर 2024 में छह दिन दिल्ली का
AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में था, जब सांस लेना भी मुश्किल हो गया था।देश के 79 शहरों, जैसे ग्वालियर, हावड़ा, हैदराबाद, जयपुर, लखनऊ, मुंबई, और पटना में वायु गुणवत्ता ‘संतोषजनक’ रही, लेकिन इनकी संख्या में 15 फीसदी की कमी दर्ज की गई।
नोएडा, ग्रेटर नोएडा, कटिहार, और खुर्जा सहित पांच शहरों में AQI ‘मध्यम’ (101-200) रहा, जो कल की तुलना में 29 फीसदी कम है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक का मतलब
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) हवा की स्वच्छता या प्रदूषण के स्तर को मापता है:
- 0-50: साफ (बेहतर)
- 51-100: संतोषजनक
- 101-200: मध्यम
- 201-300: खराब
- 301-400: बहुत खराब
- 401-500: गंभीर
‘खराब’ AQI स्तर स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा करता है, खासकर संवेदनशील समूहों के लिए। ‘गंभीर’ स्तर पर स्वस्थ लोग भी प्रभावित हो सकते हैं, और यह बीमार व्यक्तियों के लिए जानलेवा हो सकता है।
प्रमुख शहरों का AQI (07 जुलाई 2025):
- ग्वालियर: 64 (संतोषजनक)
- गाजियाबाद: 86 (संतोषजनक)
- गुवाहाटी: 35 (बेहतर)
- गांधीनगर: 59 (संतोषजनक)
- मुंबई: 52 (संतोषजनक)
- लखनऊ: 60 (संतोषजनक)
- चेन्नई: 68 (संतोषजनक)
- चंडीगढ़: 49 (बेहतर)
- हैदराबाद: 64 (संतोषजनक)
- जयपुर: 71 (संतोषजनक)
- पटना: 57 (संतोषजनक)