भारत में वायु प्रदूषण की स्थिति लगातार बदल रही है। 22 मार्च 2025 को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, असम के नलबाड़ी की हवा पूरे देश में सबसे ज्यादा प्रदूषित रही। यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 280 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है।
बर्नीहाट में सुधार, गाजियाबाद बना दूसरा सबसे प्रदूषित शहर
एक दिन पहले यानी 21 मार्च 2025 को मेघालय के बर्नीहाट में वायु प्रदूषण चरम पर था, जहां AQI 400 से भी पार चला गया था। हालांकि, आज के आंकड़ों में बर्नीहाट का जिक्र नहीं है, जिससे संकेत मिलता है कि वहां हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
वहीं, गाजियाबाद (AQI 257) देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि तिरुवनंतपुरम (AQI 253) तीसरे स्थान पर रहा। गुवाहाटी (AQI 233) चौथे, सिवान (AQI 216) पांचवें और गुरुग्राम (AQI 202) छठे स्थान पर हैं। इन सभी शहरों की हवा ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है।
प्रदूषित शहरों की संख्या में 20% इजाफा
21 मार्च की तुलना में देश में ‘खराब’ हवा वाले शहरों की संख्या में 20% की बढ़ोतरी हुई है। अहमदनगर (AQI 185) सातवें स्थान पर रहा, जबकि श्रीगंगानगर (AQI 177), बागपत (AQI 171) और चरखी दादरी (AQI 161) भी देश के टॉप-10 सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हैं।
कांचीपुरम की हवा सबसे साफ
अगर सबसे साफ हवा वाले शहरों की बात करें, तो कांचीपुरम (AQI 20) देश में सबसे स्वच्छ हवा वाला शहर बना। यहां की वायु गुणवत्ता नलबाड़ी की तुलना में 13 गुना बेहतर है। देश में ऐसे 36 अन्य शहर भी हैं, जहां हवा की गुणवत्ता काफी अच्छी बनी हुई है। इन शहरों में मंगलौर, पुडुचेरी, सूरत, तिरुनेलवेली, उज्जैन और वाराणसी शामिल हैं।
दिल्ली में प्रदूषण बढ़ा, लेकिन स्थिति अभी ‘मध्यम’
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी देखी गई। 21 मार्च की तुलना में दिल्ली का AQI 17 अंकों की बढ़ोतरी के साथ 161 पर पहुंच गया, जो अभी भी ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है।
फरीदाबाद में भी प्रदूषण बढ़ा है, जहां AQI 88 दर्ज किया गया। हालांकि, यह अभी भी ‘संतोषजनक’ श्रेणी में है।
कुल मिलाकर देश में वायु गुणवत्ता की स्थिति
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत के 234 शहरों में वायु गुणवत्ता कुछ इस प्रकार रही:
- 37 शहरों में हवा ‘अच्छी’ (AQI 0-50)
- 134 शहरों में हवा ‘संतोषजनक’ (AQI 51-100)
- 57 शहरों में हवा ‘मध्यम’ (AQI 101-200)
- 6 शहरों में हवा ‘खराब’ (AQI 201-300)
देश के 16% शहरों में हवा स्वच्छ रही, 57% शहरों में स्थिति संतोषजनक रही, जबकि 30% शहरों में प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक बनी रही।
नवंबर-दिसंबर में दिल्ली की हवा थी बेहद जहरीली
दिल्ली की वायु गुणवत्ता को लेकर चिंताजनक आंकड़े सामने आए हैं। जनवरी और फरवरी 2025 में कोई भी ऐसा दिन नहीं रहा जब दिल्ली की हवा पूरी तरह साफ हो। नवंबर 2024 में आठ दिन और दिसंबर में छह दिन वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई थी।
अन्य प्रमुख शहरों की स्थिति
- मुंबई – AQI 74 (‘संतोषजनक’)
- लखनऊ – AQI 101 (‘मध्यम’)
- चेन्नई – AQI 52 (‘संतोषजनक’)
- चंडीगढ़ – AQI 86 (‘संतोषजनक’)
- हैदराबाद – AQI 71 (‘संतोषजनक’)
- जयपुर – AQI 111 (‘मध्यम’)
- पटना – AQI 106 (‘मध्यम’)