environmentalstory

Home » भारत में वायु प्रदूषण की स्थिति: कौन से शहर सबसे ज्यादा प्रभावित, कहां है सबसे साफ हवा?

भारत में वायु प्रदूषण की स्थिति: कौन से शहर सबसे ज्यादा प्रभावित, कहां है सबसे साफ हवा?

by kishanchaubey
0 comment

Air Pollution: देश में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार चिंता का विषय बना हुआ है। 23 जनवरी 2025 को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट के अनुसार, कई शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बेहद खराब स्थिति में है। वहीं, कुछ शहरों में हवा साफ भी है। आइए जानते हैं देशभर में वायु प्रदूषण की वर्तमान स्थिति।

सबसे प्रदूषित शहर: तालचेर टॉप पर

वायु प्रदूषण के मामले में ओडिशा का तालचेर सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 317 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। तालचेर के बाद, ब्यासनगर (301) और गुवाहाटी (296) सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।

दिल्ली की हालत अभी भी खराब

देश की राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 257 दर्ज किया गया। हालांकि, कल के मुकाबले दिल्ली में तीन अंकों की गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन वायु गुणवत्ता अभी भी ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। दिसंबर 2024 में एक भी ऐसा दिन नहीं था जब दिल्ली की हवा जहरीली न हो। नवंबर और दिसंबर 2024 में कुल 14 दिन वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ स्तर पर रही।

‘खराब’ हवा वाले शहरों की सूची बढ़ी

देश के 27 शहरों में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई है। इनमें अंगुल, आसनसोल, औरंगाबाद (बिहार), भागलपुर, गुरुग्राम, पटना, लखनऊ, मुजफ्फरपुर, कोलकाता, चुरू, धनबाद और दुर्गापुर शामिल हैं। इन शहरों में प्रदूषण का स्तर गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

banner

सबसे साफ हवा वाले शहर

जहां तालचेर जैसे शहरों में प्रदूषण चरम पर है, वहीं मदिकेरी (AQI 28) ने सबसे साफ हवा वाले शहर का खिताब अपने नाम किया। इसके अलावा, ऊटी, तिरुपति, रामनाथपुरम, और थूथुकुडी जैसे 12 अन्य शहरों में वायु गुणवत्ता ‘बेहतर’ श्रेणी (AQI 0-50) में दर्ज की गई।

संतोषजनक वायु गुणवत्ता वाले शहर

देश के 85 शहरों में वायु गुणवत्ता ‘संतोषजनक’ (AQI 51-100) श्रेणी में रही। इनमें अगरतला, आगरा, अजमेर, बेंगलुरु, कोयंबटूर, मदुरै, प्रयागराज, ऋषिकेश, लुधियाना, और वाराणसी शामिल हैं।

मध्यम वायु गुणवत्ता वाले शहर

114 शहरों में वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ (AQI 101-200) दर्ज की गई। इनमें अहमदाबाद, भुवनेश्वर, जयपुर, मुंबई, पुणे, इंदौर, और गाजियाबाद जैसे बड़े शहर शामिल हैं।

वायु गुणवत्ता की श्रेणियां और उनका प्रभाव

वायु गुणवत्ता सूचकांक को 6 श्रेणियों में बांटा गया है:

  • 0-50: बेहतर (हवा साफ और स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित)
  • 51-100: संतोषजनक (कमजोर वर्ग के लोगों के लिए थोड़ी परेशानी)
  • 101-200: मध्यम (संवेदनशील लोगों को हल्की परेशानी)
  • 201-300: खराब (सामान्य लोगों को असुविधा, संवेदनशील वर्ग को गंभीर प्रभाव)
  • 301-400: बेहद खराब (स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव)
  • 401-500: गंभीर (स्वस्थ व्यक्तियों पर भी प्रभाव, बीमार लोगों के लिए घातक)

देश में प्रदूषण की बढ़ती समस्या

रिपोर्ट के अनुसार, देश के 60% शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर चिंताजनक है। हालांकि, साफ हवा वाले शहरों की संख्या में कल की तुलना में 8% की वृद्धि हुई है। लेकिन, खराब हवा वाले शहरों की संख्या में भी 10% का इजाफा हुआ है।

सरकार और लोगों के लिए संदेश

वायु प्रदूषण से बचने के लिए सरकार को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। उद्योगों से निकलने वाले धुएं और वाहनों के प्रदूषण को कम करना होगा। साथ ही, आम लोगों को भी जागरूक होकर प्रदूषण फैलाने वाले कारणों को रोकने में मदद करनी चाहिए।

You may also like