नई दिल्ली, 26 मई 2025: देश में वायु प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, जिसमें राजस्थान की स्थिति सबसे खराब है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के 25 मई 2025 के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश के दस सबसे प्रदूषित शहरों में नौ राजस्थान के हैं। इनमें बीकानेर सबसे ऊपर है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 76 अंकों की उछाल के साथ 267 तक पहुंच गया है।
जैसलमेर 265 AQI के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि मेघालय का बर्नीहाट 238 AQI के साथ तीसरे स्थान पर है। इन तीनों शहरों में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में दर्ज की गई है। गौरतलब है कि 24 मई को देश में एक भी शहर में वायु गुणवत्ता खराब नहीं थी।
राजस्थान के शहरों में प्रदूषण का कहर
आंकड़ों के मुताबिक, बाड़मेर (188 AQI) चौथे, नागौर (184 AQI) पांचवें, चित्तौड़गढ़ (175 AQI) छठे, पाली (174 AQI) सातवें, झुंझुनूं (156 AQI) आठवें, सवाई माधोपुर (155 AQI) नौवें और कोटा (154 AQI) दसवें स्थान पर हैं। इन शहरों में प्रदूषण के महीन कण (PM10), ओजोन और PM2.5 की अधिकता चिंता का विषय बनी हुई है।
- PM10 का प्रभाव: बीकानेर, नागौर, पाली, जयपुर, दौसा, गुरुग्राम और वापी जैसे शहरों में PM10 कणों की मात्रा अधिक है।
- ओजोन से खतरा: चित्तौड़गढ़, झुंझुनूं, सवाई माधोपुर, बांसवाड़ा, राजसमंद, बारां और हाजीपुर में ओजोन प्रदूषण चिंताजनक स्तर पर है।
- PM2.5 की समस्या: जैसलमेर, बर्नीहाट, बाड़मेर, झालावाड़, मंडीदीप, राजगीर, दिल्ली और बठिंडा में PM2.5 कणों ने हवा को जहरीला बनाया है।
कोयंबटूर की हवा सबसे साफ
देश में कोयंबटूर की हवा सबसे साफ रही, जहां AQI केवल 12 दर्ज किया गया। बीकानेर की तुलना में कोयंबटूर की हवा 21 गुना बेहतर है। इसके अलावा, बैरकपुर, बेलापुर, बेंगलुरु, भिलाई, चेन्नई, कोलकाता, देहरादून, गंगटोक, मैसूर, नागपुर जैसे 72 अन्य शहरों में भी हवा साफ रही। राहत की बात है कि साफ हवा वाले शहरों की संख्या में 3% की बढ़ोतरी हुई है।
वायु गुणवत्ता का विश्लेषण
- साफ हवा (AQI 0-50): देश के 219 में से 73 शहरों में हवा ‘बेहतर’ रही। इनमें अगरतला, अहमदनगर, बेंगलुरु, चेन्नई, कोयंबटूर, मैसूर आदि शामिल हैं।
- संतोषजनक हवा (AQI 51-100): 111 शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक रही, जिनमें अमृतसर, गुवाहाटी, ग्वालियर, हैदराबाद, इंदौर, लखनऊ, मुंबई, पटना आदि शामिल हैं। हालांकि, यह संख्या पिछले दिन की तुलना में 7% घटी है।
- मध्यम हवा (AQI 101-200): दिल्ली, गुरुग्राम, जयपुर, जोधपुर, कोटा, लुधियाना जैसे 32 शहरों में हवा मध्यम श्रेणी में रही। इन शहरों की संख्या में 18% की कमी आई है।
- खराब हवा (AQI 201-300): बीकानेर, जैसलमेर और बर्नीहाट में हवा खराब रही।
दिल्ली की स्थिति में सुधार
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 36 अंकों के सुधार के साथ 105 AQI पर पहुंचा, जो मध्यम श्रेणी में है। हालांकि, पिछले चार महीनों (जनवरी-अप्रैल 2025) में दिल्ली की हवा एक भी दिन साफ नहीं रही। नवंबर 2024 में आठ दिन और दिसंबर 2024 में छह दिन दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में थी।
प्रमुख शहरों का हाल
- ग्वालियर: 84 AQI (संतोषजनक)
- गाजियाबाद: 75 AQI (संतोषजनक)
- गुरुग्राम: 123 AQI (मध्यम)
- नोएडा: 81 AQI (संतोषजनक)
- मुंबई: 72 AQI (संतोषजनक)
- लखनऊ: 84 AQI (संतोषजनक)
- चेन्नई: 47 AQI (बेहतर)
- जयपुर: 150 AQI (मध्यम)
- पटना: 82 AQI (संतोषजनक)
वायु गुणवत्ता सूचकांक क्या है?
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) वायु प्रदूषण के स्तर को मापने का पैमाना है:
- 0-50: बेहतर (साफ हवा)
- 51-100: संतोषजनक
- 101-200: मध्यम
- 201-300: खराब
- 301-400: बहुत खराब
- 401-500: गंभीर
‘खराब’ और ‘गंभीर’ स्थिति में वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए।