आज, 12 अप्रैल 2025 को देश के कई शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर चिंता का विषय बना हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के 11 अप्रैल 2025 के आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा का गुरुग्राम प्रदूषण के मामले में सबसे आगे है।
\यहां ओजोन का स्तर खतरनाक ढंग से बढ़ गया है, जिससे हवा सांस लेने लायक नहीं रही। आइए, देश के विभिन्न शहरों में वायु गुणवत्ता के हालात और इससे जुड़ी जानकारी को आसान शब्दों में समझते हैं।
गुरुग्राम में ‘बेहद खराब’ हवा
गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 305 दर्ज किया गया है, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानकों से पांच गुना अधिक है। यह देश का इकलौता शहर है जहां हवा को ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रखा गया है। इसका मतलब है कि यहां की हवा में मौजूद प्रदूषक सांस, फेफड़े और दिल की बीमारियों को बढ़ा सकते हैं। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए यह स्थिति खतरनाक है।
प्रदूषण के कारण:
- वाहनों का धुआं
- औद्योगिक उत्सर्जन
- निर्माण कार्यों से उड़ने वाली धूल
- आसपास के इलाकों में पराली जलाने की घटनाएं
प्रदूषण में शीर्ष शहर
गुरुग्राम के बाद राजस्थान के कुछ शहर भी प्रदूषण की मार झेल रहे हैं। CPCB के आंकड़ों के मुताबिक:
- श्रीगंगानगर: AQI 250 (खराब)
- सवाई माधोपुर: AQI 232 (खराब)
- नागौर: AQI 231 (खराब)
- बर्नीहाट: AQI 218 (खराब)
- हनुमानगढ़: AQI 201 (खराब)
इन शहरों की हवा में मौजूद प्रदूषक (जैसे PM2.5, PM10, और ओजोन) लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। इसके अलावा, दस सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में दौसा (AQI 198), पाली (AQI 194), बीकानेर (AQI 191) और बाड़मेर (AQI 172) भी शामिल हैं।
अच्छी खबर: कल की तुलना में देश में खराब हवा वाले शहरों की संख्या में 58% की कमी आई है, जो राहत की बात है।
मोतिहारी की हवा सबसे साफ
बिहार का मोतिहारी देश में सबसे साफ हवा वाला शहर है, जहां AQI केवल 28 दर्ज किया गया। यह ‘बेहतर’ श्रेणी में आता है, यानी यहां की हवा सांस लेने के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। मोतिहारी के अलावा 28 अन्य शहरों में भी हवा साफ है। इनमें शामिल हैं:
- बरेली
- भागलपुर
- कोलकाता
- मदुरै
- शिलांग
- मंगलौर
- शिवमोगा
- सिलचर
- चामराजनगर
- चिक्कामगलुरु
चिंता की बात: साफ हवा वाले शहरों की संख्या में कल की तुलना में 7% की कमी आई है।
संतोषजनक और मध्यम हवा वाले शहर
- संतोषजनक हवा (AQI 51-100): देश के 117 शहरों में हवा संतोषजनक है। इनमें मुंबई, पटना, पुडुचेरी, रायपुर, ऋषिकेश, मेरठ, नागपुर, सलेम, तिरुवनंतपुरम, और भुवनेश्वर जैसे शहर शामिल हैं। राहत की बात है कि संतोषजनक हवा वाले शहरों की संख्या में 6% की बढ़ोतरी हुई है।
- मध्यम हवा (AQI 101-200): 60 शहरों में हवा मध्यम श्रेणी में है। इनमें दिल्ली, भोपाल, ग्वालियर, गाजियाबाद, अमृतसर, जयपुर, और जबलपुर शामिल हैं। मध्यम हवा वाली श्रेणी में भी 3% की बढ़ोतरी देखी गई है।
दिल्ली में सुधार, लेकिन सावधानी जरूरी
राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में बड़ी राहत देखी गई है। कल की तुलना में AQI में 92 अंकों की कमी आई, और अब यह 164 पर है। यानी दिल्ली की हवा ‘खराब’ से ‘मध्यम’ श्रेणी में आ गई है। हालांकि, अभी भी सावधानी बरतने की जरूरत है, क्योंकि मध्यम हवा भी संवेदनशील लोगों (जैसे अस्थमा रोगियों) के लिए परेशानी पैदा कर सकती है।
पिछले महीनों का हाल:
- जनवरी, फरवरी और मार्च 2025 में दिल्ली की हवा एक भी दिन ‘साफ’ नहीं रही।
- नवंबर 2024 में 8 दिन और दिसंबर 2024 में 6 दिन हवा ‘गंभीर’ श्रेणी में थी, जिससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ हुई।
अन्य प्रमुख शहरों का हाल
- मुंबई: AQI 58 (संतोषजनक)
- लखनऊ: AQI 101 (मध्यम)
- चेन्नई: AQI 67 (संतोषजनक)
- चंडीगढ़: AQI 92 (संतोषजनक)
- हैदराबाद: AQI 70 (संतोषजनक)
- जयपुर: AQI 135 (मध्यम)
- पटना: AQI 67 (संतोषजनक)
- ग्वालियर: AQI 127 (मध्यम)
- गाजियाबाद: AQI 110 (मध्यम)
- नोएडा: AQI 106 (मध्यम)
- ग्रेटर नोएडा: AQI 148 (मध्यम)
नोट: फरीदाबाद के आंकड़े CPCB ने आज साझा नहीं किए।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का मतलब
AQI हवा में मौजूद प्रदूषकों की मात्रा को मापता है और बताता है कि हवा सांस लेने के लिए कितनी सुरक्षित है। इसे छह श्रेणियों में बांटा गया है:
- बेहतर (0-50): हवा पूरी तरह साफ और सुरक्षित।
- संतोषजनक (51-100): हवा सामान्य रूप से ठीक, लेकिन संवेदनशील लोगों को थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए।
- मध्यम (101-200): सामान्य लोगों को ज्यादा दिक्कत नहीं, लेकिन अस्थमा या दिल के मरीजों को परेशानी हो सकती है।
- खराब (201-300): सांस लेने में तकलीफ, खांसी, और आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- बेहद खराब (301-400): लंबे समय तक ऐसी हवा में रहने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
- गंभीर (401-500): स्वस्थ लोग भी बीमार पड़ सकते हैं, और बीमार लोगों के लिए यह जानलेवा हो सकता है।
देश में प्रदूषण का समग्र हाल
- 14% शहरों में हवा साफ (AQI 0-50)।
- 55% शहरों में हवा संतोषजनक (AQI 51-100)।
- 31% शहरों में हवा चिंताजनक (AQI 101 से ऊपर)।
212 शहरों में से:
- 29 शहरों में हवा ‘बेहतर’।
- 117 शहरों में हवा ‘संतोषजनक’।
- 60 शहरों में हवा ‘मध्यम’।
- 6 शहरों में हवा ‘खराब’ या ‘बेहद खराब’।
प्रदूषण से बचने के उपाय
- मास्क का उपयोग: खराब हवा वाले शहरों में N95 मास्क पहनें।
- घर में रहें: सुबह और शाम को बाहर निकलने से बचें, जब प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा होता है।
- एयर प्यूरीफायर: घर में हवा साफ करने के लिए एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।
- पेड़-पौधे लगाएं: हरियाली बढ़ाने से प्रदूषण कम करने में मदद मिलती है।
- वाहनों का कम उपयोग: साइकिल या सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें।
- जागरूकता: पराली जलाने और कचरा जलाने जैसी गतिविधियों को रोकने में सहयोग करें।