पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते उत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश और बर्फबारी देखने को मिल रही है। मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश और बर्फबारी दर्ज की गई।
आने वाले दिनों में क्या होगा?
मौसम विभाग ने बताया कि 1 से 3 फरवरी 2025 के बीच दो नए पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकते हैं, जिससे उत्तर-पश्चिम भारत में मौसम में बदलाव की संभावना है।
संभावित प्रभाव:
- 31 जनवरी से 5 फरवरी: जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में हल्की से भारी बारिश और बर्फबारी जारी रहेगी।
- हिमाचल प्रदेश: कुछ इलाकों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
- उत्तराखंड: 1 से 5 फरवरी के बीच बारिश और बर्फबारी की संभावना है।
- पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान: 31 जनवरी से 5 फरवरी तक गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
पूर्वोत्तर भारत का मौसम पूर्वानुमान
पूर्वोत्तर भारत में असम के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती क्षेत्र बना हुआ है, जिससे कई राज्यों में बारिश और बर्फबारी हो रही है।
संभावित प्रभाव:
- 31 जनवरी: अरुणाचल प्रदेश, पूर्वोत्तर असम और नागालैंड के कुछ हिस्सों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश और वज्रपात की संभावना है।
- सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल: हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
दक्षिण भारत में बारिश के आसार
पूर्वी लहर के सक्रिय रहने से दक्षिण भारत में भी मौसम परिवर्तनशील बना हुआ है।
संभावित प्रभाव:
- तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल: 2 फरवरी तक गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश और बिजली गिरने की संभावना है।
- केरल और माहे: अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रह सकती है।
- 31 जनवरी: तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भारी बारिश हो सकती है।
कोहरे का कहर और दृश्यता में गिरावट
उत्तर भारत के कई इलाकों में घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे दृश्यता में भारी कमी आई है।
संभावित प्रभाव:
- 1 फरवरी: उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में रात और सुबह के समय घना कोहरा रहेगा।
- 2 फरवरी: बिहार, ओडिशा, असम और मेघालय में कोहरा बना रहेगा।
- 31 जनवरी की सुबह:
- राजस्थान: चूरू में दृश्यता 0 मीटर रही।
- उत्तर प्रदेश: बरेली और गोरखपुर में 0 मीटर, वाराणसी में 200 मीटर।
- बिहार: पूर्णिया में 0 मीटर।
- छत्तीसगढ़: जगदलपुर में 0 मीटर।
- दिल्ली: सफदरजंग में 200 मीटर दृश्यता दर्ज की गई।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों में उत्तर-पश्चिम, पूर्व, मध्य और पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। हालांकि, इसके बाद तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा।
30 जनवरी को अधिकतम और न्यूनतम तापमान:
- सबसे अधिक तापमान: मराठवाड़ा (वाशिम) और केरल (कन्नूर एयरपोर्ट) में 36.2°C दर्ज किया गया।
- सबसे कम तापमान: पूर्वी उत्तर प्रदेश (फुरसतगंज) में 6.1°C रहा।