Delhi pollution: दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को लागू किए गए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के स्टेज-4 के प्रतिबंधों को गुरुवार को वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार के बाद हटा लिया गया। यह जानकारी वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) द्वारा दी गई है।
स्टेज-4 के प्रतिबंध क्यों लागू किए गए थे?
बुधवार को वायु गुणवत्ता में तेजी से गिरावट के कारण स्टेज-4 के कड़े प्रतिबंध लागू किए गए थे। उस समय दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 396 तक पहुंच गया था, जो “गंभीर” श्रेणी के करीब था।
यह स्थिति धीमी हवाओं, कम तापमान, और धुंध के कारण बनी थी, जिससे प्रदूषक कण हवा में फंस गए थे।
वायु गुणवत्ता में सुधार कैसे हुआ?
गुरुवार सुबह दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई, जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ। प्रदूषण का स्तर “गंभीर” श्रेणी से “खराब” श्रेणी में आ गया। हालांकि, ठंड का असर जारी रहा, और घना कोहरा पूरे शहर में छाया रहा।
GRAP स्टेज-4 के तहत क्या प्रतिबंध थे?
GRAP का स्टेज-4 तब लागू होता है, जब वायु गुणवत्ता “सर्वाधिक गंभीर” श्रेणी (AQI 450 से अधिक) में पहुंच जाती है। इस दौरान लगाए गए प्रमुख प्रतिबंध थे:
- निर्माण कार्य पर रोक: सभी गैर-जरूरी निर्माण और तोड़फोड़ के काम पर पूरी तरह से प्रतिबंध।
- डीजल वाहनों पर प्रतिबंध: दिल्ली रजिस्टर्ड BS-IV और इससे पुराने डीजल वाहनों का संचालन रोक दिया गया था, सिवाय उन वाहनों के जो आवश्यक सेवाएं प्रदान कर रहे थे।
- स्कूलों में बदलाव: कक्षा 10 और 12 को छोड़कर अन्य कक्षाओं के लिए हाइब्रिड मोड (ऑनलाइन और ऑफलाइन) की व्यवस्था की गई थी।
- डीजल ट्रकों पर पाबंदी: गैर-जरूरी सामान ले जाने वाले डीजल ट्रकों के दिल्ली में प्रवेश पर रोक।
वर्तमान स्थिति
वायु गुणवत्ता में सुधार के चलते स्टेज-4 के प्रतिबंध हटा दिए गए हैं, लेकिन स्टेज-3 के तहत लागू उपाय अब भी जारी हैं। स्टेज-3 के अंतर्गत भी प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए निर्माण कार्यों, औद्योगिक गतिविधियों, और वाहनों पर कुछ सीमित पाबंदियां लागू रहती हैं।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण क्यों बढ़ता है?
- ठंडी हवाएं: सर्दियों में धीमी हवाओं के कारण प्रदूषक कण वातावरण में जमा हो जाते हैं।
- धुंध और कोहरा: यह प्रदूषण को और बढ़ाने का काम करता है।
- वाहनों और उद्योगों का धुआं: दिल्ली-एनसीआर में वाहनों और उद्योगों से निकलने वाला धुआं प्रदूषण का बड़ा कारण है।
- पराली जलाना: हर साल पराली जलाने से दिल्ली के प्रदूषण स्तर में इजाफा होता है।
लोगों के लिए सुझाव:
- मास्क पहनें: प्रदूषण से बचने के लिए मास्क का उपयोग करें।
- जरूरी यात्रा ही करें: जब तक आवश्यक न हो, बाहर यात्रा करने से बचें।
- स्वास्थ्य पर ध्यान दें: खासकर बच्चों, बुजुर्गों, और फेफड़े के मरीजों को प्रदूषण से बचाव के उपाय अपनाने चाहिए।