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डीडीटी प्रदूषण से मिट्टी को बचाने का नया तरीका: बायोचार से संभव हुआ समाधान

by kishanchaubey
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डाइक्लोरो-डाइफेनिल-ट्राइक्लोरोइथेन (डीडीटी) एक बेहद खतरनाक कीटनाशक है, जिसे 1942 से व्यापक रूप से इस्तेमाल किया गया। हालांकि, इसे 50 साल पहले प्रतिबंधित कर दिया गया था, लेकिन यह अभी भी मिट्टी में मौजूद है और पर्यावरण के लिए बड़ा खतरा बना हुआ है। डीडीटी धीरे-धीरे नष्ट होता है और खाद्य श्रृंखला में जमा होकर इंसानों और जानवरों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। इसे कैंसर, हृदय रोग और प्रजनन समस्याओं से जोड़ा गया है।

बायोचार: प्रदूषण के खिलाफ कारगर उपाय

बायोचार चारकोल जैसा पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद है। यह मिट्टी में प्रदूषणकारी तत्वों को बांधकर उनकी जैव उपलब्धता को कम करता है। साथ ही, यह मिट्टी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और जलवायु परिवर्तन से लड़ने में भी सहायक है।

नया शोध: डीडीटी को मिट्टी में कम करने की विधि

स्वीडन की चाल्मर्स यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने डीडीटी प्रदूषित मिट्टी में बायोचार मिलाने का तरीका अपनाया। एक नर्सरी की मिट्टी पर किए गए प्रयोग में पाया गया कि बायोचार मिलाने के बाद मिट्टी में केंचुओं द्वारा डीडीटी का अवशोषण 50% तक कम हो गया।

यह खोज मिट्टी को कम विषाक्त बनाती है, जिससे जानवरों और पर्यावरण पर डीडीटी का प्रभाव घटता है। यह तरीका प्रदूषित भूमि पर खेती को दोबारा संभव बना सकता है।

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प्रदूषित मिट्टी को उपयोगी बनाने की प्रक्रिया

मौजूदा समय में प्रदूषित मिट्टी का उपचार महंगा और कठिन है। आमतौर पर ऐसी मिट्टी को खतरनाक कचरे के रूप में नष्ट कर दिया जाता है। लेकिन बायोचार का उपयोग करने से भूमि को पुनः उपयोगी बनाया जा सकता है।

शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया कि बायोचार के साथ उपचारित जमीन पर चीड़ और स्प्रूस जैसे पौधे, चारे के लिए घास, और बायोएनर्जी फसलें उगाई जा सकती हैं।

डीडीटी प्रदूषण का स्थायी समाधान

बायोचार मिट्टी में लंबे समय तक बना रहता है, जिससे इसका प्रभाव दशकों तक रह सकता है। यह डीडीटी और अन्य प्रदूषकों, जैसे भारी धातुओं और पॉलीएरोमैटिक हाइड्रोकार्बन के खिलाफ भी कारगर साबित हो सकता है।

मिट्टी के संरक्षण की आवश्यकता

मिट्टी का पुनर्जनन बहुत धीमी प्रक्रिया है। यूरोप में 60-70% मिट्टी खराब स्थिति में है, जिसमें प्रदूषण एक बड़ा कारण है। यूरोपीय संघ नए नियमों के तहत मिट्टी के स्वास्थ्य को सुधारने पर काम कर रहा है।

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