River Pollution : यह घटना हियरफोर्ड के रॉदरवॉस इलाके की है, जहां वाय नदी में तेल का रिसाव होने से प्रदूषण फैल गया। स्थानीय निवासियों ने शनिवार को नदी पर एक तैलीय परत देखी और इसकी सूचना दी। इसके बाद पर्यावरण एजेंसी (EA) और वेल्श वॉटर इस समस्या को सुलझाने में जुट गए। तेल को रोकने के लिए नदी में तेल-बूम और एब्जॉर्बेंट पैड लगाए गए हैं।
कोच की परेशानी:
माइक मिशेल, जो पिछले 50 सालों से वाय नदी में कैनोइंग कर रहे हैं और देश के शीर्ष युवा खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देते हैं, को इस प्रदूषण के कारण अपनी कोचिंग रोकनी पड़ी। वह नदी में 43 किलोमीटर (27 मील) नीचे बह रहे थे, जब उन्होंने देखा कि उनके चेहरे और पैडल पर तेल की परत जम गई थी।
उन्होंने कहा, “तेल आपकी आंखों में जलन करता है और होंठों पर चिपकता है। यह बहुत असुविधाजनक है। सोशल मीडिया पर रिसाव के बारे में जानकारी होने के बावजूद मुझे अपने प्रशिक्षण सत्र रोकने पड़े।”
नदी की हालत पर चिंता:
मिशेल ने कहा कि उन्होंने वाय नदी में 13 साल की उम्र से कैनोइंग शुरू की थी, लेकिन पिछले कुछ दशकों में नदी की स्थिति बहुत खराब हो गई है।
उन्होंने बताया, “बारिश के बाद खेतों पर फैलाई गई मुर्गी की खाद नदी में बह जाती है। साथ ही सीवेज ओवरफ्लो से प्रदूषण बढ़ता है। हर दिन कुछ न कुछ नया प्रदूषण नदी में बहकर आ रहा है।”
प्रदूषण के खिलाफ सख्त कदम की मांग:
इस अनुभवी कैनोइस्ट ने कहा कि प्रदूषण फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “प्रदूषकों पर दबाव डालना जरूरी है ताकि वे अपनी जिम्मेदारी समझें और प्रदूषण बंद करें।”
जांच जारी:
पर्यावरण एजेंसी ने पहले बयान में बताया कि उनकी टीम ने छुट्टियों के दौरान तीन बार साइट का दौरा किया, लेकिन तेल रिसाव के स्रोत का पता अभी तक नहीं चल पाया है।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया:
हियरफोर्डशायर काउंसिल, जो रॉदरवॉस एंटरप्राइज ज़ोन के बड़े हिस्से की मालिक है, ने कहा कि वे इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं कर सकते क्योंकि पर्यावरण एजेंसी मामले की अगुवाई कर रही है।
प्रदूषण से बचाव की जरूरत:
यह घटना वाय नदी के बिगड़ते हालात को दिखाती है। इस तरह की घटनाएं न केवल नदी के पारिस्थितिक तंत्र को नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि स्थानीय समुदाय और खेल गतिविधियों को भी प्रभावित करती हैं।