दिल्ली में रविवार को वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी रही, जिसमें AQI 316 दर्ज किया गया। शहर को एक घने धुंध की परत ने ढक लिया और कई क्षेत्रों में AQI स्तर 300 से अधिक दर्ज किया गया, SAFAR के अनुसार।
कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पाया गया। द्वारका सेक्टर 8 में 335, आईटीओ में 327, ओखला फेज 2 में 319, रोहिणी में 329, विवेक विहार में 338, आनंद विहार में 346 और बवाना में 332 का AQI दर्ज किया गया।
वहीं, शहर के कुछ क्षेत्रों में सुबह 7 बजे AQI ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज हुआ, जैसे – लोधी रोड पर 256, नजफगढ़ में 295, पूसा में 289 और आईजीआई एयरपोर्ट T3 पर 299।
AQI स्तर के अनुसार, 0-50 को ‘अच्छा’, 51-100 को ‘संतोषजनक’, 101-200 को ‘मध्यम’, 201-300 को ‘खराब’, 301-400 को ‘बहुत खराब’, और 401-500 को ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा जाता है।
दिल्ली के इंडिया गेट के आसपास घने धुंध की परत देखी गई, जबकि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार पूरे शहर में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है।
दिल्ली निवासी विशाल गुलेरिया ने कहा, “प्रदूषण बहुत बढ़ रहा है। सांस लेना मुश्किल हो रहा है। बच्चे और बुजुर्ग बहुत परेशानी झेल रहे हैं। हर व्यक्ति प्रदूषण से प्रभावित है। सरकार को सोचना चाहिए कि कुछ ऐसा समाधान निकाला जाए जिससे हर साल यह स्थिति न हो। यह उन लोगों के लिए बहुत कठिन है जो बीमार हैं। कार-पूलिंग और अन्य उपायों को अपनाना चाहिए। अपनी सेहत का ख्याल रखें और सरकार को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।”
गुरुग्राम निवासी अनीशम ने ANI से कहा, “पिछले कुछ दिनों में प्रदूषण बहुत ज्यादा था। स्कूल बंद हैं और ठंड के साथ यह और मुश्किल हो जाता है।”
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए लागू किए गए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण के प्रतिबंधों में राहत देने से इनकार कर दिया। लेकिन कोर्ट ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) को निर्देश दिया कि वह शैक्षणिक संस्थानों के लिए नियमों में राहत देने पर विचार करे, क्योंकि बड़ी संख्या में छात्रों को मिड-डे मील, ऑनलाइन कक्षाओं और वायु शुद्धिकर्ताओं तक पहुंच नहीं मिल पा रही है।
गुरुग्राम निवासी अमोल ने कहा, “प्रदूषण की स्थिति खराब है। सरकार कुछ कर रही है। इससे ऊपर यह समय है कि लोग जागें और कुछ करें। स्कूल बंद हैं। कम वाहन इस्तेमाल करना कोई समाधान नहीं है। इसके लिए एक दीर्घकालिक और स्थायी समाधान की जरूरत है। मुझे यकीन है कि हम कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए सरकार की इच्छाशक्ति चाहिए।”
ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) को एनसीआर में वायु गुणवत्ता के चार अलग-अलग स्तरों के आधार पर लागू किया गया है:
- चरण I: ‘खराब’ (AQI 201-300)
- चरण II: ‘बहुत खराब’ (AQI 301-400)
- चरण III: ‘गंभीर’ (AQI 401-450)
- चरण IV: ‘अत्यंत गंभीर’ (AQI 450 से अधिक)।