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शॉपशायर की नदी में प्रदूषण: पास के फार्म से हुआ रिसाव, पर्यावरण और स्वास्थ्य पर गंभीर असर

by kishanchaubey
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शॉपशायर की रिवर टेमे में प्रदूषण का कारण पास के एक फार्म से निकला कचरा पाया गया है। अक्टूबर में लुडलो के स्थानीय अधिकारियों ने लोगों को नदी में न जाने की सलाह दी थी, क्योंकि माना जा रहा था कि खाद (मैन्योर) नदी के पानी को खराब कर रही है।

प्रदूषण की पुष्टि

ब्रिटेन की एनवायरनमेंट एजेंसी (EA) ने जांच के बाद पाया कि यह प्रदूषण लुडलो के पास प्रायर्स हैल्टन स्थित एक फार्म से आया था। फार्म से निकले साइलेंज इफ्लुएंट (किण्वित घास और अन्य फसलों से बना तरल) ने नदी में प्रदूषण फैलाया। एजेंसी ने फार्म के मालिक को चेतावनी पत्र जारी किया और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुधार करने का निर्देश दिया है।

नदी में पाए गए हानिकारक बैक्टीरिया

पिछले कुछ महीनों में रिवर टेमे के पानी में कई बार ई.कोलाई जैसे खतरनाक बैक्टीरिया के उच्च स्तर पाए गए हैं।

  • ई.कोलाई आमतौर पर जानवरों और इंसानों की आंतों में पाया जाता है, लेकिन पानी में इसकी अधिक मात्रा से बीमारियां हो सकती हैं।
  • सितंबर में जांच में प्रदूषण के उच्च स्तर पाए गए थे, जो बारिश के कारण हो सकते हैं।

गर्मी में स्वच्छ पानी का दर्जा

मई 2023 में, लुडलो के एक हिस्से को नहाने के लिए स्वच्छ जल क्षेत्र घोषित किया गया था। इस क्षेत्र की नियमित रूप से जांच की जाती है। हालांकि, सितंबर और अक्टूबर में यहां प्रदूषण बढ़ने से तैराकों और पर्यटकों को समस्याओं का सामना करना पड़ा।

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स्वास्थ्य पर असर

प्रदूषित पानी में तैरने से स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान हो सकता है:

  1. संक्रमण का खतरा: ई.कोलाई और अन्य बैक्टीरिया से पेट की बीमारियां, त्वचा पर चकत्ते और कान-नाक-गले के संक्रमण हो सकते हैं।
  2. लंबी अवधि के प्रभाव: प्रदूषण से पानी के पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान होता है, जिससे जैव विविधता घटती है।
  3. मानसिक स्वास्थ्य: स्वच्छ जल में तैरने से लोग बेहतर महसूस करते हैं, लेकिन प्रदूषण के कारण लोग इस अनुभव से वंचित हो रहे हैं।

पर्यावरण पर प्रभाव

  • नदी का प्रदूषण आसपास की जैव विविधता को खतरे में डाल रहा है।
  • नदी में पाए जाने वाले मछलियों और अन्य जलीय जीवों पर प्रदूषण का बुरा असर पड़ सकता है।
  • साइलेंज इफ्लुएंट, जो आमतौर पर ई.कोलाई का स्रोत नहीं होता, ने जल गुणवत्ता खराब कर दी है।

सरकार और एजेंसी की कार्रवाई

एनवायरनमेंट एजेंसी ने प्रदूषण रोकने के लिए कदम उठाए:

  • फार्म के मालिक को बुनियादी ढांचे में सुधार करने का निर्देश दिया गया।
  • नदी के किनारे चेतावनी बोर्ड लगाए गए और लोगों को तैरने से मना किया गया।

स्थानीय लोगों और विशेषज्ञों की चिंता

  • एलीसन कैफिन, एक वैज्ञानिक और स्वच्छ पानी की वकालत करने वाली कार्यकर्ता, ने कहा, “यह जानकर बहुत बुरा लगा कि हम गर्मियों में प्रदूषित पानी में तैर रहे थे। इससे गंभीर संक्रमण का खतरा था।”
  • विशेषज्ञों का कहना है कि फार्म के कचरे के प्रबंधन में सुधार और बारिश के पानी को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।

निष्कर्ष

रिवर टेमे में हुआ यह प्रदूषण न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि मानव स्वास्थ्य के लिए भी खतरा है। इस घटना से यह सीख मिलती है कि कृषि कचरे और बारिश के पानी के प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। सरकार, स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को मिलकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने होंगे।

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