दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता बेहद खराब स्थिति में पहुंच गई है। मंगलवार, 19 नवंबर की सुबह अधिकांश AQI स्टेशनों ने 500 का स्तर (गंभीर+) छू लिया, जिससे दिल्ली-एनसीआर लगातार सातवें दिन घने स्मॉग की चपेट में रहा। वायु प्रदूषण की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय ने 23 नवंबर और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने 22 नवंबर तक सभी कक्षाओं को ऑनलाइन करने की घोषणा की है।
प्रमुख इलाकों में AQI 500 के पार
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, मंगलवार सुबह 5 बजे दिल्ली के आनंद विहार, अशोक विहार, बवाना, जहांगीरपुरी, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम सहित कई इलाकों में AQI 500 पर पहुंच गया। ये स्तर “गंभीर+” श्रेणी में आते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक खतरनाक हैं।
प्रमुख अपडेट:
- दिल्ली में सबसे खराब वायु गुणवत्ता
- जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, मुनका, वजीरपुर और दिल्ली यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस सहित कई इलाकों में AQI 500 पर दर्ज किया गया।
- द्वारका सेक्टर-8 और आरके पुरम में AQI 498 और 499 तक पहुंच गया।
- ऑनलाइन कक्षाओं का शेड्यूल
- दिल्ली विश्वविद्यालय ने 25 नवंबर से शारीरिक कक्षाएं शुरू करने की घोषणा की है।
- JNU ने 22 नवंबर तक सभी कक्षाओं को ऑनलाइन करने का फैसला किया। हालांकि, परीक्षा और इंटरव्यू का शेड्यूल पहले जैसा ही रहेगा।
- सरकार का कदम
- दिल्ली सरकार ने इस स्थिति को “मेडिकल इमरजेंसी” घोषित कर संस्थानों से सार्वजनिक स्वास्थ्य के हित में उपाय करने का आग्रह किया।
- सरकार ने 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों की शारीरिक कक्षाओं को भी निलंबित कर ऑनलाइन अध्ययन का आदेश दिया है।
- स्कूल-कॉलेज बंद
- शिक्षा निदेशालय ने सरकारी और निजी स्कूलों के प्रमुखों को सभी कक्षाओं को निलंबित करने का निर्देश दिया है।
- स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह
- केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने और कमजोर वर्गों के लिए जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए।
- हर जिले और शहर में प्रदूषण से निपटने के लिए कार्य योजना बनाने की सलाह दी गई है।
- सुप्रीम कोर्ट की सख्ती
- सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर के सभी राज्यों को ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तहत प्रतिबंधों को तुरंत लागू करने का निर्देश दिया।
- कोर्ट ने कहा कि सभी राज्यों का संवैधानिक कर्तव्य है कि वे नागरिकों को प्रदूषण मुक्त वातावरण प्रदान करें।
- वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) को देरी के लिए फटकार लगाई और GRAP को जल्द लागू करने की बात कही।
वायु प्रदूषण के कारण
- पराली जलाना: NCR के आसपास के राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ गई हैं।
- मौसम की स्थिति: कम हवा और नमी के कारण प्रदूषण के कण हवा में फंस जाते हैं।
- वाहन और निर्माण कार्य: दिल्ली में बढ़ता यातायात और निर्माण कार्य भी प्रमुख कारण हैं।
जरूरी कदम
- सरकार ने GRAP स्टेज IV लागू किया है, जिसमें निर्माण कार्यों पर रोक, औद्योगिक गतिविधियों को सीमित करना, और ट्रक जैसे भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध शामिल है।
- सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने और सड़कों पर पानी छिड़काव जैसे उपाय किए जा रहे हैं।
क्या कर सकते हैं नागरिक?
- प्रदूषण मास्क पहनें।
- जितना संभव हो घर के अंदर रहें।
- बच्चों और बुजुर्गों को बाहर जाने से बचाएं।
- पौधों और वायु शुद्धिकरण उपकरणों का उपयोग करें।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है। सरकारी और निजी प्रयासों के साथ-साथ नागरिकों को भी सतर्क रहने की जरूरत है।