लुधियाना में नगर निगम (MC) द्वारा किए गए एक सर्वे में शहर के पानी की सप्लाई लाइनों में 129 स्थानों पर पानी की गुणवत्ता में गड़बड़ी पाई गई है। इनमें से 60 स्थानों को प्राथमिकता के आधार पर चिन्हित किया गया है, जहां पाइपलाइन तुरंत बदली जाएगी ताकि पानी की गुणवत्ता सुधारी जा सके और प्रदूषण को रोका जा सके।
सर्वे के मुख्य बिंदु
सर्वे नवंबर की शुरुआत में शुरू किया गया था, जब नगर निगम को पानी की गंध और अशुद्धता की शिकायतें मिलने लगीं। स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी कि पीने का पानी दूषित और स्वास्थ्य के लिए असुरक्षित है। इस पर नगर निगम ने उन इलाकों का निरीक्षण शुरू किया, जहां पहले से पानी की गुणवत्ता को लेकर समस्या रही है।
जिन इलाकों में सर्वे किया गया:
- जवाहर नगर
- गुलशन एरिया
- जवद्दी
- जनता नगर
- चेत सिंह नगर
- जीवन नगर
- ग्यासपुरा
- धंडारी कलां
पहले भी आई थी पानी की खराबी की शिकायत
इससे पहले जुलाई में हुए एक सर्वे में 87 स्थानों पर पानी की जांच की गई थी, जिसमें 11 नमूनों में खतरनाक स्तर का प्रदूषण पाया गया था। नगर निगम नियमित रूप से पानी की जांच करता है, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि पानी की खराब गुणवत्ता की समस्या लगातार बनी रहती है।
स्थानीय निवासियों की समस्याएँ
जनता नगर के निवासी गुरदीप सिंह ने बताया, “हमारे इलाके में पानी दूषित है। हमने नगर निगम में कई बार शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। हाल ही में अधिकारियों ने पानी की पाइपलाइन की जांच की और पाया कि पाइप क्षतिग्रस्त हैं, जिससे सीवेज का पानी पीने के पानी में मिल रहा है।”
चेत सिंह नगर के जसवीर सिंह ने भी अपनी शिकायत उप-मंडल अधिकारी को दर्ज कराई है।
पर्यावरण और स्वास्थ्य पर प्रभाव
- पर्यावरणीय प्रभाव:
दूषित पानी से मिट्टी और जल स्रोतों में प्रदूषण बढ़ता है, जो स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुंचाता है। इसके अलावा, सीवेज और पानी के मिश्रण से जमीन की गुणवत्ता भी खराब हो सकती है। - स्वास्थ्य पर प्रभाव:
- दूषित पानी से डायरिया, हैजा, टाइफाइड, और पीलिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
- लंबे समय तक खराब पानी का सेवन करने से लीवर और किडनी की समस्याएँ हो सकती हैं।
- बच्चों और बुजुर्गों पर दूषित पानी का असर अधिक गंभीर होता है।
समाधान के प्रयास
नगर निगम ने कहा है कि चिन्हित स्थानों पर तुरंत पाइपलाइन बदलने का काम शुरू होगा। इसके साथ ही पानी की नियमित जांच बढ़ाई जाएगी और सीवेज प्रणाली को सुधारने के प्रयास किए जाएंगे।
निवासियों के लिए सुझाव
- पानी उबालकर या फिल्टर कर के ही पीएं।
- अपने क्षेत्र में दूषित पानी की शिकायतें तुरंत नगर निगम को दें।
- पर्यावरण और पानी की सुरक्षा के लिए सामूहिक प्रयास करें।
लुधियाना के लोग अब नगर निगम से इस समस्या के स्थायी समाधान की उम्मीद कर रहे हैं।