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वनवास के दौरान माता सीता और भगवान राम ने किया था इस फल का सेवन, जानें फल का नाम और फायदे

by manyajain
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Sitafal Benefits

Sitafal Amazing Benefits: कस्टर्ड एप्पल जिसे शरीफा या सीताफल के नाम से भी जाना जाता है। स्वास्थ के लिए अत्यंत लाभकारी फल है। यह न केवल पोषक तत्वों से भरपूर होता है बल्कि आयुर्वेदिक में इसके औषधीय गुणों की भी प्रशंसा की गई है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी, B6, पोटैशियम, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं। जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने, पाचन क्रिया को सुधारने और त्वचा की गुणवत्ता को बेहतर करने में मदद karte हैं। कस्टर्ड एप्पल हड्डियों को मजबूत करने, रक्तचाप को संतुलित करने और ह्रदय स्वास्थ के लिए भी फायदेमंद होता है।

यह फल बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए लाभकारी है। इसके niyamit सेवन से पाचन तंत्र ठीक रहता है और यह शरीर में पित्त, वाट और कफ दोषों को नियंत्रित करने में सहायक होता है। इसके बीजों का उपयोग भी औषधीय रूप से किया जाता है। हालांकिबीजों को सीधे खाना स्वास्थ के लिए हानिकारक हो सकता है। बीजों से तैयार तेल बालों की जुओं को खत्म करने में मददगार माना जाता है। पत्तियों को औषधीय गुणों के लिए उपयोग में लाया जाता है, जैसे त्वचा रोगों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है।

कस्टर्ड एप्पल का भगवान राम से संबंध

यह फल सीताफल नाम से भी जाना जाता है ,जो सीता माता से जुड़ा हुआ है। पौराणिक कथाओं के अनुसार,ऐसा माना जाता है कि जब भगवान् राम और माता सीता वनवास के दौरान वन में रहते थे, तो उन्होंने इस फल का सेवन किया था। इसलिए इसका नाम सीताफल पड़ गया। हालांकि इस कथा का कोई स्पष्ट ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है, फिर भी भारतीय संस्कृति और परंपरा में इसका स्थान है।

कस्टर्ड एप्पल के उपयोगी भाग

फल का गूदा: पोषण से भरपूर और खाने में स्वादिष्ट होता है। इसे कच्चा या पकाकर खाया जा सकता है।

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बीज: ये औषधीय उपयोग में आते हैं, विशेषकर बालों कि देखभाल के लिए।

पत्ते: पत्तों का उपयोग त्वचा संबंधी समस्याओं और अन्य औषधीय उपचारों में होता है।

छाल: पेड़ कि छाल का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में किया जाता है।

कुल मिलाकर, कस्टर्ड एप्पल एक ऐसा फल है जो स्वास्थ्य लाभों से लेकर पौराणिक महत्व तक कई मायनों में महत्वपूर्ण है। इसे अपने आहार में शामिल करने से न केवल स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि भारतीय परंपरा से जुड़ाव भी बना रहता है।

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