environmentalstory

Home » चीन ने कृषि क्षेत्र में डिजिटल बदलाव के लिए पांच साल की योजना की शुरुआत की, खाद्य उत्पादन बढ़ाने पर जोर

चीन ने कृषि क्षेत्र में डिजिटल बदलाव के लिए पांच साल की योजना की शुरुआत की, खाद्य उत्पादन बढ़ाने पर जोर

by reporter
0 comment

चीन ने अपने कृषि क्षेत्र में सुधार लाने और घरेलू खाद्य उत्पादन बढ़ाने के उद्देश्य से 2024-2028 के लिए स्मार्ट एग्रीकल्चर एक्शन प्लान की शुरुआत की है। यह योजना पूरे कृषि क्षेत्र को डिजिटल रूप से बदलने के लिए बनाई गई है, जिसमें खेत, पशुपालन और मछली पालन सभी शामिल हैं।

इस योजना के तहत चीन का लक्ष्य 2028 तक एक ऐसी डिजिटल खेती प्रणाली विकसित करना है, जिससे खेती में नई तकनीकों का इस्तेमाल बढ़ सके। इसके साथ ही, एक राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण डेटा प्लेटफॉर्म भी तैयार किया जाएगा, जो कृषि से जुड़े सभी महत्वपूर्ण आंकड़ों को एकत्रित और विश्लेषित करेगा।

क्यों जरूरी है डिजिटल बदलाव?

चीन दुनिया का सबसे बड़ा अनाज उत्पादक देश है, लेकिन अपनी 1.4 अरब की विशाल आबादी को भोजन उपलब्ध कराने के लिए उसे कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। देश को अभी भी हर साल 100 मिलियन मीट्रिक टन से ज्यादा सोयाबीन और अन्य अनाज आयात करने की आवश्यकता पड़ती है, जो कि मुख्य रूप से अमेरिका और ब्राजील से मंगाए जाते हैं। इसके चलते चीन अपने खाद्य उत्पादन को और मजबूत बनाने की दिशा में काम कर रहा है ताकि वह आयात पर निर्भरता कम कर सके।

योजना के मुख्य उद्देश्य

इस योजना का उद्देश्य खेती में बड़े डेटा, जीपीएस नेविगेशन सिस्टम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी आधुनिक तकनीकों का अधिक से अधिक उपयोग करना है। इन तकनीकों से न केवल उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि खेती की लागत भी घटेगी और उत्पादन प्रक्रिया को अधिक कुशल बनाया जा सकेगा।

banner

कृषि और ग्रामीण मामलों के उप मंत्री, झांग शिंगवांग ने बताया कि इस साल चीन का अनाज उत्पादन 700 मिलियन मीट्रिक टन का रिकॉर्ड पार करने की उम्मीद है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि इतनी बड़ी आबादी को स्थिर रूप से भोजन उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयास करना जरूरी है, और इस प्रयास में ढील नहीं दी जा सकती।

क्या-क्या बदलाव होंगे?

  1. कृषि उपकरणों का डिजिटल अपग्रेड: कृषि उपकरणों और मशीनरी को डिजिटल तकनीकों से लैस किया जाएगा ताकि खेतों में काम करने की दक्षता और उत्पादन क्षमता में वृद्धि हो सके।
  2. डेटा का अधिकतम उपयोग: कृषि से जुड़े आंकड़ों को एकत्रित कर उनका विश्लेषण किया जाएगा, जिससे फसल उत्पादन के तरीकों को बेहतर बनाया जा सके और पानी, उर्वरक, बीज आदि का सही प्रबंधन किया जा सके।
  3. नई तकनीकों का विकास और शोध: इस योजना के तहत चीन के शोध संस्थानों को अधिक समर्थन दिया जाएगा ताकि वे खेती से जुड़ी नई तकनीकों का विकास कर सकें। इसके लिए सरकार अनुसंधान और विकास (R&D) में निवेश को भी बढ़ाएगी।
  4. फूड सिक्योरिटी को मजबूत करना: इस योजना का एक मुख्य उद्देश्य चीन की खाद्य सुरक्षा को मजबूत करना है। डिजिटल खेती और आधुनिक तकनीकों के उपयोग से चीन को अपनी खाद्य आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी और आयात पर निर्भरता घटाई जा सकेगी।

चीन की चुनौतियाँ

चीन की विशाल आबादी और बढ़ती खाद्य मांग के चलते उसे अपने उत्पादन को बढ़ाना ही होगा। लेकिन इसके लिए उसे बड़े पैमाने पर निवेश और नई तकनीकों को अपनाना पड़ेगा।

चीन का यह कदम, जिसे स्मार्ट एग्रीकल्चर एक्शन प्लान कहा जा रहा है, केवल उत्पादन बढ़ाने पर ही नहीं बल्कि खेती की पारंपरिक विधियों को आधुनिक तकनीक के साथ बदलने पर भी केंद्रित है। डिजिटल खेती से न केवल लागत कम होगी, बल्कि कृषि के लिए पानी, ऊर्जा और अन्य संसाधनों का अधिक कुशलता से उपयोग किया जा सकेगा।

इस योजना से उम्मीद की जा रही है कि यह चीन को अपनी खाद्य जरूरतों के मामले में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी और आयात पर निर्भरता भी कम होगी।

You may also like