मध्य प्रदेश के मंदसौर स्थित गांधी सागर अभयारण्य जल्द ही चीतों का नया ठिकाना बनने जा रहा है। सोमवार रात से यहां पांच दिवसीय फॉरेस्ट रिट्रीट कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ चंबल नदी की आरती भी की गई। इस कार्यक्रम में मंदसौर कलेक्टर अदिति गर्ग, एसपी अभिषेक आनंद और जिला पंचायत अध्यक्ष दुर्गा पाटीदार मौजूद रहे।
कलेक्टर अदिति गर्ग ने जानकारी दी कि आने वाले कुछ ही दिनों में इस अभयारण्य में चीतों को बसाया जाएगा। इससे गांधी सागर अभयारण्य, कुनो नेशनल पार्क के बाद भारत में चीतों का दूसरा ठिकाना बनेगा। यहां के जंगल और प्राकृतिक स्थल चीतों के लिए अनुकूल माने जा रहे हैं।
चीतों का दूसरा घर बनेगा गांधी सागर अभयारण्य
गौरतलब है कि सितंबर 2022 में नामीबिया से आठ चीतों को मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में लाया गया था। यह भारत में चीतों की पुनः वापसी का एक ऐतिहासिक कदम था। अब गांधी सागर अभयारण्य को चीतों के दूसरे ठिकाने के रूप में विकसित किया जा रहा है।
फॉरेस्ट रिट्रीट में सांस्कृतिक और साहसिक खेलों का आयोजन
पांच दिवसीय फॉरेस्ट रिट्रीट कार्यक्रम के दौरान अभयारण्य में कई तरह के एडवेंचर स्पोर्ट्स और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। कलेक्टर अदिति गर्ग ने बताया कि मंदसौर क्षेत्र प्राकृतिक और पुरातात्विक धरोहरों से समृद्ध है, जिसमें दस हजार साल पुरानी रॉक पेंटिंग्स भी शामिल हैं। इस क्षेत्र का यह महत्व, चीतों के लिए एक अनुकूल और सुरक्षित पर्यावरण प्रदान करने में सहायक होगा।
गांधी सागर अभयारण्य में चीते लाने की योजना अगर सफल होती है, तो यह भारत के वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।