वायु गुणवत्ता से संबंधित शिकायतों के त्वरित समाधान और जवाबदेही में सुधार के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों को अपनी शिकायत समाधान प्रक्रियाओं को एकीकृत करने का निर्देश दिया है।
इस निर्देश के अनुसार, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB), एनसीआर राज्यों के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) को अपनी आपसी समन्वय को बढ़ाना होगा और सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त शिकायतों का तुरंत समाधान करना होगा। किसी भी शिकायत के दर्ज होने के बाद उसे सीएक्यूएम को टैग किया जाएगा और संबंधित कार्यान्वयन एजेंसी को सौंपा जाएगा। इन एजेंसियों को अपनी अनुपालन स्थिति या किसी भी गैर-अनुपालन के कारणों को उसी प्लेटफ़ॉर्म पर अपलोड करना होगा, जिसमें सीएक्यूएम और सीपीसीबी को भी टैग करना अनिवार्य होगा।
इस कदम का उद्देश्य आयोग को प्रतिक्रिया समय पर नज़र रखने और विभिन्न अधिकारियों द्वारा वायु प्रदूषण से संबंधित शिकायतों के समाधान के लिए उठाए गए कदमों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करना है।
सीएक्यूएम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह नया तंत्र वायु गुणवत्ता से जुड़ी शिकायतों का तेज़ और पारदर्शी तरीके से समाधान सुनिश्चित करेगा। उन्होंने इस प्रणाली की अहमियत पर ज़ोर देते हुए कहा कि इससे संबंधित अधिकारियों को समय पर कार्रवाई करने के लिए जवाबदेह बनाया जा सकेगा और आम जनता की शिकायतों का तुरंत निपटारा हो सकेगा।
इसके अलावा, निर्देश में एनसीआर राज्यों के मुख्य सचिवों और दिल्ली एनसीटी सरकार से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए समय पर आवश्यक कदम उठाए जाएं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों को इस शिकायत तंत्र को विभिन्न मीडिया चैनलों, विशेषकर सोशल मीडिया, के माध्यम से बढ़ावा देने के लिए भी निर्देशित किया गया है, ताकि जनता की भागीदारी को प्रोत्साहित किया जा सके।
इसके साथ ही, 14वां RAHSTA एक्सपो 9 और 10 अक्टूबर, 2024 को मुंबई के जियो कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया जाएगा, जो इंडिया कंस्ट्रक्शन फेस्टिवल का हिस्सा है।