दिसंबर के अंतिम दिनों में उत्तर भारत के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। इसकी मुख्य वजह पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता और 30 दिसंबर से एक नए पश्चिमी विक्षोभ का पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों को प्रभावित करना है। मौसम विभाग के अनुसार, इस बदलाव के चलते पहाड़ी राज्यों में बारिश और बर्फबारी, जबकि मैदानी इलाकों में घना कोहरा, शीतलहर और शीत दिवस जैसी स्थितियां बन रही हैं।
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के ऊंचाई वाले इलाकों में 30 दिसंबर से बर्फबारी की संभावना है। उत्तराखंड में 30 दिसंबर से एक जनवरी के बीच ऊपरी क्षेत्रों में बर्फ गिर सकती है, जबकि निचले इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। तापमान में तेज गिरावट के चलते ठंड और बढ़ने की आशंका है। वहीं कई जिलों में घने कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम हो गई है, जिससे सड़क यातायात प्रभावित हो रहा है।
हिमाचल प्रदेश में भी मौसम का असर साफ दिखेगा। 30 दिसंबर से पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हो सकती है। कई जिलों में घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में 30 दिसंबर से दो जनवरी के बीच बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है, जिससे न्यूनतम तापमान और गिर सकता है।
दिल्ली-एनसीआर में ठंड, घना कोहरा और प्रदूषण लोगों के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं। कई इलाकों में दृश्यता बेहद कम है और वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया है। एक जनवरी को हल्की बारिश की संभावना है, जिसके बाद ठंड और बढ़ सकती है।
इसके अलावा अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में गरज-चमक के साथ बारिश और तेज हवाएं चलने के आसार हैं, जबकि देश के अन्य हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहेगा। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और यात्रा व स्वास्थ्य से जुड़ी सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
