भारत के मौसम ने नवंबर के तीसरे सप्ताह में अपने तमाम रंग बिखेर दिए हैं। उत्तर भारत में तापमान में तेज गिरावट के साथ कड़ाके की ठंड ने दस्तक दे दी है, जबकि दक्षिणी राज्यों में दो सक्रिय कम दबाव क्षेत्रों के कारण भारी बारिश का खतरा मंडरा रहा है। मध्य भारत में शीतलहर की चेतावनी जारी है, और दिल्ली-एनसीआर में सर्दी के साथ प्रदूषण ने दोहरी मार मचाई हुई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज जारी पूर्वानुमान में इन बदलावों की पुष्टि की है, जिसमें तापमान सामान्य से नीचे जाने और दक्षिण में 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश के आसार बताए गए हैं।
उत्तर भारत: बर्फबारी के आसार, हिमाचल-उत्तराखंड में सर्दी का प्रकोप
उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में ठंड ने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है। आईएमडी के अनुसार, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अगले 2-3 दिनों में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी बढ़ने की संभावना है, जिससे न्यूनतम तापमान में और गिरावट आएगी।
हिमाचल के लाहौल-स्पीति जिले में तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे लुढ़क गया है—काजा में माइनस 16 डिग्री सेल्सियस और केलांग में माइनस 4 से 10 डिग्री के बीच दर्ज किया गया। हालांकि बर्फबारी अपेक्षा से कम है, लेकिन सूखी ठंड ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
दिल्ली-एनसीआर में न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो इस सीजन का सबसे कम है। आज अधिकतम 26 डिग्री और न्यूनतम 10 डिग्री रहने का अनुमान है। लेकिन सर्दी के साथ प्रदूषण ने हालात और बिगाड़ दिए हैं—गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 से ऊपर पहुंच गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने मास्क पहनने और बाहर कम निकलने की सलाह दी है।
मध्य भारत: 19-20 नवंबर को शीतलहर का रेड अलर्ट
मध्य महाराष्ट्र, पश्चिमी मध्य प्रदेश और पूर्वी- पश्चिमी मध्य प्रदेश में आज (19 नवंबर) गंभीर शीतलहर चलने की चेतावनी है। कल (20 नवंबर) भी यह सिलसिला जारी रहेगा।
आईएमडी के बुलेटिन के मुताबिक, अगले 24 घंटों में तापमान स्थिर रहेगा, लेकिन उसके बाद 3-4 दिनों में न्यूनतम तापमान में 2-4 डिग्री की हल्की बढ़ोतरी हो सकती है। कल राजगढ़ (मध्य प्रदेश) में न्यूनतम 5.8 डिग्री दर्ज किया गया, जो मैदानी इलाकों का सबसे कम था।
पूर्वी और उत्तर-पूर्व भारत: हल्की राहत, लेकिन कोहरे का साया
पूर्वी और उत्तर-पूर्वी राज्यों में अगले 4 दिनों में न्यूनतम तापमान 2-3 डिग्री बढ़ सकता है। असम-मेघालय में हल्का कोहरा देखा गया, जबकि उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों (जैसे वाराणसी) में सुबह 500 मीटर तक दृश्यता घटी, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। उसके बाद तापमान स्थिर रहने की उम्मीद है।
कल की झलक: बारिश का दौर दक्षिण तक सीमित
18 नवंबर को दक्षिणी इलाकों में ही बारिश हुई। केरल के कयामकुलम में 12 सेमी, थाइकट्टुसेरी में 5 सेमी, तिरुवनंतपुरम में 4 सेमी, तेनकासी (तमिलनाडु) में 7 सेमी, कन्याकुमारी और चेन्नई में 2-2 सेमी रिकॉर्ड की गई। बाकी देश शुष्क रहा। अधिकतम तापमान कारवार (कर्नाटक) में 35.6 डिग्री तक पहुंचा।
आईएमडी के अनुसार, ये बदलाव ला नीना प्रभाव और बंगाल की खाड़ी के सिस्टमों से जुड़े हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दक्षिण में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है, जबकि उत्तर-मध्य में ठंडी लहरें बनी रहेंगी। लोगों से अपील है कि अलर्ट का पालन करें, गर्म कपड़े पहनें और प्रदूषित इलाकों में सावधानी बरतें। आने वाले दिनों में मौसम विभाग के अपडेट पर नजर रखें।
