भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई शुरू हो चुकी है, लेकिन बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के क्षेत्रों के कारण देश के कई हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान है।
मौसम विभाग की 22 सितंबर, 2025 की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, ओडिशा में भारी से अति भारी बारिश (115.6–204.4 मिमी) की चेतावनी के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
इसके अलावा, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना में मध्यम से भारी बारिश (64.5–115.5 मिमी) के लिए येलो अलर्ट जारी है। दूसरी ओर, उत्तर-पश्चिम भारत में मौसम शुष्क रहेगा, और दिन का तापमान बढ़ने की संभावना है।
ओडिशा में भारी बारिश और जलभराव का खतरा
मौसम विभाग ने ओडिशा के तटीय और निचले इलाकों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी दी है। यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है, जिससे जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। विभाग ने स्थानीय प्रशासन और निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
येलो अलर्ट: इन राज्यों में मध्यम से भारी बारिश
असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय इलाकों, गुजरात, केरल, लक्षद्वीप, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना और पश्चिमी मध्य प्रदेश में 64.5 से 115.5 मिमी बारिश का अनुमान है।
इन क्षेत्रों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, और बिजली गिरने के साथ आंधी-तूफान की भी आशंका है।
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र
बंगाल की खाड़ी में एक ऊपरी हवाओं का चक्रवातीय प्रसार सक्रिय है, जिसके कारण अगले 12 घंटों में उत्तर बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
इससे पूर्वी और दक्षिणी भारत में भारी बारिश की आशंका बढ़ गई है। इसके अलावा, एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है, जो देश के मौसम को प्रभावित कर रहा है।
तापमान और बारिश का हाल
21 सितंबर, 2025 को राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि छत्तीसगढ़ के दुर्ग में न्यूनतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
उसी दिन ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण, गोवा, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात और अन्य क्षेत्रों में बारिश या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गईं।
उदयपुर (पूर्वी राजस्थान) में 5 सेमी, संबलपुर (ओडिशा) में 4 सेमी, और बारापानी (असम-मेघालय) में 4 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
