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देश की आधी हवा साफ, लेकिन कांचीपुरम चिंताजनक; शिलांग की हवा सबसे साफ

by kishanchaubey
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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा 17 सितंबर 2025 को जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश के 49 फीसदी शहरों में हवा साफ रही, जबकि 97 शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक स्तर पर दर्ज की गई। हालांकि, 14 शहरों में वायु गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रही, जो चिंता का विषय है।

सबसे प्रदूषित शहर: कांचीपुरम

कांचीपुरम देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 172 दर्ज किया गया। यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानकों से 1,047 फीसदी अधिक है।

कांचीपुरम में प्रदूषण के महीन कण (PM2.5) हावी रहे, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। कल की तुलना में यहां प्रदूषण में 6 अंकों की वृद्धि हुई, लेकिन वायु गुणवत्ता अभी भी मध्यम श्रेणी में है।

अन्य प्रदूषित शहर

नंदेसरी (AQI 154), ग्रेटर नोएडा (AQI 138), हावेरी (AQI 125), गाजियाबाद (AQI 120), दिल्ली-नोएडा (AQI 114), गुरुग्राम (AQI 107), और विशाखापत्तनम (AQI 105) जैसे शहर भी प्रदूषण के मामले में शीर्ष सूची में शामिल रहे।

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ग्रेटर नोएडा में कल AQI 212 था, लेकिन आज 74 अंकों के सुधार के साथ यह मध्यम श्रेणी में आ गया। इन शहरों में PM10, ओजोन, और कार्बन जैसे प्रदूषक तत्व हावी रहे।

दिल्ली की स्थिति

राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कल की तुलना में घटकर AQI 114 पर पहुंचा, जो सुरक्षित सीमा से 660 फीसदी अधिक है।

पिछले कुछ महीनों में दिल्ली की हवा ज्यादातर संतोषजनक रही, लेकिन नवंबर और दिसंबर 2024 में कई दिन गंभीर श्रेणी में दर्ज किए गए, जब सांस लेना भी मुश्किल हो गया था।

सबसे साफ हवा: शिलांग

शिलांग की हवा देश में सबसे साफ रही, जहां AQI मात्र 12 दर्ज किया गया। कांचीपुरम की तुलना में शिलांग की हवा 13 गुना बेहतर है। देश के 107 शहरों, जैसे प्रयागराज, पुणे, रायपुर, ऋषिकेश, सूरत, और वाराणसी में भी हवा साफ (AQI 0-50) रही।

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