भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आज, 12 सितंबर 2025 को देश के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश, आंधी-तूफान और वज्रपात की चेतावनी जारी की है।
मानसून की ट्रफ और विभिन्न मौसमी प्रणालियों के सक्रिय होने के कारण मराठवाड़ा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, बिहार, ओडिशा, असम, मेघालय, तेलंगाना, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के आसार हैं।
इसके अलावा, तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, और रायलसीमा में वज्रपात और तेज हवाओं का खतरा बना हुआ है। दिल्ली-एनसीआर में बारिश की संभावना नहीं है, लेकिन उमस और तेज हवाएं दिन को प्रभावित करेंगी।
ऑरेंज अलर्ट: भारी से बहुत भारी बारिश
मौसम विभाग ने मराठवाड़ा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जहां 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश की संभावना है।
इन क्षेत्रों में जलभराव, निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति और यातायात में व्यवधान की आशंका है। लोगों को सतर्क रहने और निचले इलाकों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
येलो अलर्ट: भारी बारिश की संभावना
येलो अलर्ट के तहत बिहार, ओडिशा, असम, मेघालय, तेलंगाना, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, विदर्भ, सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है। इन क्षेत्रों में भी जलभराव और यातायात संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
आंधी-तूफान और वज्रपात का खतरा
तटीय आंध्र प्रदेश में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं और वज्रपात की आशंका है। पश्चिम बंगाल, आंतरिक कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, ओडिशा, रायलसीमा और तमिलनाडु में 30-40 किमी प्रति घंटे की हवाएं चल सकती हैं, साथ ही बिजली गिरने का खतरा भी है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
दिल्ली-एनसीआर का मौसम
दिल्ली-एनसीआर में बारिश की कोई संभावना नहीं है। अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है। दिन में 20-30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जिससे उमस के बीच कुछ राहत मिल सकती है।
मानसून की विदाई
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि इस साल मानसून की विदाई 25 सितंबर के बाद शुरू होगी। राजस्थान में यह प्रक्रिया 22-23 सितंबर से शुरू हो सकती है, जबकि दिल्ली में अक्टूबर के पहले सप्ताह तक मानसून की विदाई हो सकती है।
