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नंदेसरी में वायु प्रदूषण का स्तर 1700% अधिक, सूरत और अमृतसर भी ‘खराब’ श्रेणी में

by kishanchaubey
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Air Pollution, 14 जुलाई 2025: देश में वायु प्रदूषण की स्थिति एक बार फिर चिंताजनक बनी हुई है। गुजरात के नंदेसरी में आज वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 270 तक पहुंच गया, जो देश में सबसे खराब स्थिति को दर्शाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानकों के अनुसार, नंदेसरी में प्रदूषण का स्तर 1700 फीसदी अधिक है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा 13 जुलाई 2025 को जारी आंकड़ों के मुताबिक, सूरत 263 AQI के साथ दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि अमृतसर 232 AQI के साथ तीसरे स्थान पर है। इन तीनों शहरों में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है।

प्रदूषण के प्रमुख कारण:

विश्लेषण से पता चला है कि नंदेसरी, सूरत, अमृतसर, किशनगंज, बिलीपाड़ा, गुम्मिडिपूंडी, श्रीगंगानगर, और बर्नीहाट जैसे शहरों में हवा में महीन कण (PM2.5) प्रमुख प्रदूषक रहे। गुरुग्राम में ओजोन (O3) और काशीपुर में कार्बन के कणों का स्तर अधिक रहा, जबकि विशाखापत्तनम, सहरसा, ग्रेटर नोएडा, बद्दी, कोरबा, और रायरंगपुर में PM10 के कारण हवा की गुणवत्ता खराब रही।

देश के सबसे प्रदूषित शहर:

  1. नंदेसरी, गुजरात – AQI 270 (खराब)
  2. सूरत, गुजरात – AQI 263 (खराब)
  3. अमृतसर, पंजाब – AQI 232 (खराब)
  4. काशीपुर – AQI 188 (मध्यम)
  5. किशनगंज – AQI 172 (मध्यम)
  6. बिलीपाड़ा – AQI 146 (मध्यम)
  7. गुरुग्राम, हरियाणा – AQI 138 (मध्यम)
  8. गुम्मिडिपूंडी – AQI 130 (मध्यम)
  9. विशाखापत्तनम – AQI 128 (मध्यम)
  10. सहरसा – AQI 121 (मध्यम)

साफ हवा वाले शहर:

दूसरी ओर, राजस्थान के करौली में AQI 13 के साथ सबसे साफ हवा दर्ज की गई, जो नंदेसरी की तुलना में 22 गुना बेहतर है। देश के 85 शहरों, जैसे अगरतला, गंगटोक, ग्वालियर, हापुड़, हुबली, जबलपुर, जलगांव, झालावाड़, झांसी, जोधपुर, कलबुर्गी, कल्याण, कोल्हापुर, लातूर, मदिकेरी, मंगलौर, मुंबई, मैसूर, नवी मुंबई, पुदुचेरी आदि में AQI 0-50 के बीच रहा, जो ‘बेहतर’ श्रेणी को दर्शाता है।

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अच्छी खबर यह है कि साफ हवा वाले शहरों की संख्या में 6% की वृद्धि हुई है।संतोषजनक हवा वाले शहर: 116 शहरों, जैसे दिल्ली, चंडीगढ़, चेन्नई, गाजियाबाद, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, जयपुर, लखनऊ, और पटना में AQI 51-100 के बीच रहा, जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है। हालांकि, संतोषजनक हवा वाले शहरों की संख्या में 8% की कमी आई है। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 26 अंकों के सुधार के साथ AQI 79 पर पहुंच गया, जो संतोषजनक श्रेणी में है।

मध्यम श्रेणी के शहर:

14 शहरों, जैसे बद्दी, बिलीपाड़ा, बर्नीहाट, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, काशीपुर, और विशाखापत्तनम में AQI 101-200 के बीच रहा, जो ‘मध्यम’ श्रेणी को दर्शाता है। इन शहरों की संख्या में 8% की वृद्धि हुई है।

वायु गुणवत्ता सूचकांक का मतलब:

  • 0-50: साफ हवा (बेहतर)
  • 51-100: संतोषजनक
  • 101-200: मध्यम
  • 201-300: खराब
  • 301-400: बहुत खराब
  • 401-500: गंभीर

‘खराब’ और ‘बहुत खराब’ श्रेणी में वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है, खासकर अस्थमा, हृदय रोग, और फेफड़ों की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए। ‘गंभीर’ स्थिति में स्वस्थ लोगों को भी नुकसान पहुंच सकता है। दिल्ली की स्थिति: दिल्ली में पिछले चार महीनों (जनवरी-अप्रैल 2025) में एक भी दिन साफ हवा नहीं रही। नवंबर 2024 में 8 दिन और दिसंबर 2024 में 6 दिन AQI ‘गंभीर’ रहा, जिससे सांस लेना मुश्किल हो गया था। हालांकि, आज दिल्ली में AQI 79 के साथ स्थिति संतोषजनक है।

अन्य प्रमुख शहरों का हाल:

  • ग्वालियर: AQI 48 (बेहतर)
  • गाजियाबाद: AQI 79 (संतोषजनक)
  • गुवाहाटी: AQI 52 (संतोषजनक)
  • मुंबई: AQI 48 (बेहतर)
  • लखनऊ: AQI 60 (संतोषजनक)
  • चेन्नई: AQI 76 (संतोषजनक)
  • चंडीगढ़: AQI 90 (संतोषजनक)
  • हैदराबाद: AQI 66 (संतोषजनक)
  • जयपुर: AQI 67 (संतोषजनक)
  • पटना: AQI 69 (संतोषजनक)

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