भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 10 सितंबर 2025 के लिए ताजा मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। दक्षिण-पूर्व पाकिस्तान के ऊपर बना डिप्रेशन अगले 6 घंटों तक सक्रिय रहेगा, जिसके बाद यह कमजोर होकर अरब सागर की ओर बढ़ेगा। इस मौसमी सिस्टम के कारण भारत के कई हिस्सों, खासकर पूर्वोत्तर, पूर्वी और मध्य भारत में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है।
डिप्रेशन का असर
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पूर्व पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में बना डिप्रेशन पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है। यह अगले 6 घंटों तक डिप्रेशन के रूप में सक्रिय रहेगा और फिर कम दबाव के क्षेत्र में बदलकर उत्तर-पूर्वी अरब सागर में प्रवेश करेगा। इस सिस्टम और ऊपरी हवाओं के चक्रवाती प्रसार के कारण मानसून की गतिविधियां तेज हो गई हैं, जिससे देश के कई हिस्सों में गरज, वज्रपात और आंधी-तूफान के साथ बारिश की संभावना है।
ऑरेंज और येलो अलर्ट
ऑरेंज अलर्ट (भारी से बहुत भारी बारिश): उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 115.6 से 204.4 मिमी बारिश की आशंका।
येलो अलर्ट (भारी बारिश): बिहार, ओडिशा, असम, मेघालय, आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, तेलंगाना, अंडमान-निकोबार, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 64.5 से 115.5 मिमी बारिश का अनुमान। इन क्षेत्रों में 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से आंधी और वज्रपात की भी आशंका है।
दिल्ली में उमस और गर्मी
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में बारिश की कोई संभावना नहीं है। तेज धूप और उमस के कारण तापमान सामान्य से अधिक है। 9 सितंबर को दिल्ली का अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 1.9 डिग्री अधिक) और न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 0.4 डिग्री कम) दर्ज किया गया।
आज, 10 सितंबर को अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। दिल्ली में मानसून की विदाई का समय नजदीक आ गया है।
अन्य राज्यों में मौसम
अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और उत्तराखंड में गरज के साथ बौछारें और वज्रपात की संभावना है।
तापमान और बारिश का लेखा-जोखा
9 सितंबर को आंध्र प्रदेश के कावली में अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस और महाराष्ट्र के नासिक में न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अंडमान-निकोबार, ओडिशा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तराखंड, असम, मेघालय, तमिलनाडु, पुडुचेरी, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पश्चिम मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, अरुणाचल प्रदेश, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गईं।
विशेष रूप से:
भोपाल-अरेरा हिल्स, पूर्णिया, पेंड्रा रोड, सागर में 3 सेमी बारिश।
छिंदवाड़ा, लॉन्ग आइलैंड, कार निकोबार, उत्तरी लखीमपुर में 2 सेमी बारिश।
सावधानियां और चेतावनी
मौसम विभाग ने भारी बारिश के कारण जलभराव, भूस्खलन, बाढ़ और फसलों को नुकसान की चेतावनी दी है। लोगों को सलाह दी गई है कि: यात्रा से पहले ट्रैफिक और मौसम की जानकारी लें।
जलभराव वाले क्षेत्रों और कमजोर संरचनाओं से बचें।
वज्रपात के दौरान पेड़ों के नीचे न खड़े हों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग न करें।
किसान धान और सब्जियों के खेतों से अतिरिक्त पानी निकालें, नालियों की सफाई करें और पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर रखें।1