Dengue Prevention Tips: बारिश का मौसम जहाँ एक ओर ठंडक और ताज़गी लाता है, वहीं दूसरी ओर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। बारिश के मौसम में डेंगू का प्रकोप सबसे ज्यादा होता है। डेंगू एक वायरस जनित बीमारी है, जो संक्रमित मादा एडीज एजिप्टी (Aedes aegypti) मच्छर के काटने से होती है। आइए जानते हैं कि बारिश में डेंगू होने के कारण और इससे बचाव के उपाय क्या हैं।
बारिश में डेंगू के फैलने के कारण
खुले में जमा हुआ पानी: बारिश के दौरान जगह-जगह पानी जमा हो जाता है। ये पानी मच्छरों के पनपने के लिए उपयुक्त होता है। खासतौर पर एडीज मच्छर साफ और स्थिर पानी में अंडे देता है, जो डेंगू फैलाता है
मच्छरों की संख्या में वृद्धि: बारिश के बाद वातावरण में नमी बढ़ जाती है, जो मच्छरों के लिए अनुकूल होती है। इससे मच्छरों की संख्या में तेजी से वृद्धि होती है, जिससे डेंगू का खतरा भी बढ़ जाता है।
कचरे और गंदगी का जमाव: बारिश में गंदगी और कचरे का सही ढंग से निपटान न होने से मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल वातावरण बनता है। गंदगी से भरे स्थानों पर मच्छर तेजी से फैलते हैं।
घर के अंदर पानी का जमाव: पानी के कंटेनर, कूलर, गमले, टायर या किसी भी बर्तन में पानी जमा होने पर मच्छर उसमें अंडे दे सकते हैं। यह डेंगू के मच्छरों का मुख्य प्रजनन स्थल बन जाता है।
डेंगू से बचाव के उपाय
- खुले पानी का जमाव रोकें: घर के आसपास और छतों पर कहीं भी पानी न जमा होने दें। कूलर, गमले, टायर आदि में नियमित रूप से पानी बदलते रहें ताकि मच्छरों को अंडे देने का मौका न मिले।
- पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें: डेंगू के मच्छर दिन में ज्यादा सक्रिय रहते हैं, इसलिए इस दौरान पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें ताकि मच्छर के काटने से बचा जा सके।
- मच्छरदानी और रिपेलेंट का उपयोग करें: सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। साथ ही, मच्छर भगाने वाली क्रीम, स्प्रे या अन्य रिपेलेंट्स का भी इस्तेमाल करें। घर के खिड़की-दरवाजों पर मच्छर जाली लगाना भी फायदेमंद होता है।
- मच्छर भगाने वाले पौधों का उपयोग: घर के अंदर तुलसी, लेमनग्रास, या पुदीना जैसे मच्छर भगाने वाले पौधे लगाएं। ये पौधे मच्छरों को दूर रखते हैं और पर्यावरण को भी स्वच्छ रखते हैं।
- नियमित सफाई करें: अपने घर और आस-पास के क्षेत्र को साफ-सुथरा रखें। कचरे को समय-समय पर ठीक से फेंकें ताकि मच्छरों के पनपने का स्थान न बन सके।
- डॉक्टर से सलाह लें: यदि बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, या त्वचा पर चकत्ते जैसे डेंगू के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
- स्वच्छता अभियान में भाग लें: स्थानीय स्तर पर स्वच्छता अभियानों में भाग लें और दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करें ताकि डेंगू जैसी बीमारियों से बचा जा सके।